मांडा इलाके में तीन की हत्या
7 मई को जिले के मांडा थाना क्षेत्र के आदि गांव में बुजुर्ग नंदलाल यादव उनकी पत्नी और बेटी की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी गई। कातिल कौन है अभी तक कुछ पता नहीं चला है ।पुलिस मामले का खुलासा नहीं कर पाई है। हालांकि हर दिन इस मामले में जांच पड़ताल चल रही है ।पुलिस जमीन का विवाद प्रेम संबंध पारिवारिक विवाद और बावरिया गैंग पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि हत्याकांड में कोई अपना ही वारदात को अंजाम दिया है।
व्यापारी परिवार की हत्या
14 मई को शहर के धूमनगंज इलाके में प्रीतम नगर कॉलोनी में 14 मई को दिन दहाड़े व्यापारी तुलसीदास उनकी पत्नी किरण बेटी निहारिका और बहू प्रियंका की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने जब हत्याकांड का खुलासा किया तो लोग हैरान रह गए। पता चला कि व्यापारी के बेटे आकाश केसरवानी ने सुपारी देकर अपने परिजनों की हत्या कराई थी। उसने दरवाजा खोलकर कातिलों को घर के अंदर बुलाया था।
अपने ही परिवार को मार डाला
16 मई को सीआरपीएफ जवान विनोद कुमार यादव ने अपनी पत्नी विमला बेटा संदीप बेटी सिमरन की हत्या कर खुद को भी गोली मार ली। एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत से सीआरपीएफ कैंप पर हड़कंप मचा रहा। परिजन भी समझ नहीं पाए कि ऐसा क्या हुआ कि एक साथ पूरे परिवार को समाप्त कर दिया।
पुलिस महकमा भी हैरान
जिले में 15 दिनों के भीतर लगातार हुई इन वारदातों से लोग दहशत में है।एक तरफ जहां लोग अपने घरों में कोरोना वायरस के लॉकडाउन के चलते बंद है। तो वहीं घर परिवार के लोग अपनी सुरक्षा को लेकर भी हैरान है। लोग रात सीसीटीवी कैमरे के जरिए घर की निगरानी कर रहे है।वहीं पुलिस महकमा इन सामूहिक हत्याकांड को लेकर हैरान है। हालांकि पुलिस लोगों को सुरक्षा के लिए दिन रात मेहनत कर रही है।लेकिन यह आपसी रंजिश घरेलू कलह और जमीन के विवाद काअपराध नहीं रुक रहा हैं।