कैम्पस छावनी में तब्दील
गौरतलब हो कि शनिवार की शाम अवनीश यादव ने एक खुला पत्र लिखकर कुलपति को कैंपस में न आने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा था कि जब तक कुलपति पर लगाए गए संगीन आरोपों की जांच पूरी नहीं हो जाती,उन्हें कैंपस में नहीं आना चाहिए। कहा कि कुलपति का पद गरिमामय पद है।उन पर लगाए गए आरोप गंभीर है, जब तक जांच पूरी ना हो जाए वह कैंपस में न आए ।अगर आते हैं तो उन्हें कैंपस में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।जिस के मद्देनजर सोमवार की सुबह से ही विश्वविद्यालय कैंपस छावनी में तब्दील रहा खुद एसपी सिटी सहित आला अधिकारी विश्वविद्यालय की सुरक्षा की कमान सम्भाली ।
विवि में जमकर हुआ हंगामा
सोमवार की सुबह अवनीश यादव के नेतृत्व में समाजवादी छात्र सभा के सैकड़ों छात्र नेता सहित समर्थक विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर धरना प्रदर्शन करने लगे। जिसके बाद कुलपति के आने की सूचना पर हंगामा शुरू हो गया। वहीं कुलपति के विरोध में छात्र नेता गेट पर लेट गए और हटने को तैयार नहीं थे। जिस पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए अवनीश यादव सहित दर्जनभर से ज्यादा छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। वही हिरासत में लिए जाने की सूचना पर कैम्पस में तनाव बढ़ गया हैं। कैंपस में आरएएफ तैनात कर दी गई। कुलपति कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाते कैंपस में आने वालों के आई कार्ड की जांच करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा है।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री ने जाँच मांग की
वही विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रोहित मिश्र पत्रिका से विशेष बात चीत के दौरान आडियो साझा किया।जिसमे रोहित ने दावा किया है कि आडियो में बात करने वाले खुद कुलपति है।आडियो में महिला से हुई बात चीत में कई अन्य लोगो के नाम भी है।रोहित ने कहा की कुलपति के खिलाफ तत्काल उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए।उन्हें कुलपति जैसे गरिमा मय पद पर बैठने ले लायक नही है।लगातार कुलपति के खिलाफ हो रही शिकायतों पर सरकार को कड़े कदम उठाने की जरूरत है। विवि की छवि धूमिल हो रही है।महिला उत्पीडन का मामला गंभीर है। रोहित ने सीबीआई जाँच की मांग की है।
सपा प्रवक्ता उतारी मैदान में
वहीं समाजवादी छात्र सभा के नेताओ की गिरफ्तारी के बाद सपा पार्टी की प्रवक्ता ऋचा सिंह महिला संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस लाइन पहुंची। कुलपति पर महिलाओं के शोषण का आरोप लगाते हुए छात्रों की रिहाई की मांग की। ऋचा सिंह का कहना है कि कुलपति पर लगाए गए आरोप बेहद संगीन है। विश्वविद्यालय का माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री सहित प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की है। कुलपति अगर निर्दोष ,हैं तो उन्हें जांच में सहयोग करना चाहिए। छात्र नेताओं की गिरफ्तारी कराकर उनकी आवाज दबाना गलत है