राजेश पायलट उस समय सुर्खियों में आया जब नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम हमले में राजेश पायलट को मास्टरमाइंड बताया गया। राजेश पायलट पर नन्दी बम कांड के अलावा जिले के कोरांव थाना सहित अन्य थानों में कई मामले दर्ज हैं राजेश पायलट जुर्म की दुनिया में कम समय में बड़ा नाम बनाने वाला अपराधी था जिसके नाम पर लोग खौफ खाते थे।
आनंद शांडिल्य उर्फ राजेश पायलट नन्दी बम हत्याकांड में सुर्खियों में आया।जिसके बाद पायलट के नाम की गूंज अंडरवर्ल्ड में होने लगी।बम कांड को अंजाम देने के बाद राजेश पायलट के साथ पूर्वांचल सहित अन्य स्थानों के बड़े माफिया संपर्क में आ गए।लेकिन नंदी बम हत्याकांड के बाद से राजेश पायलट का बुरा दौर भी शुरू हुआ।और लंबी फरारी के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।फिर उसको जमानत नही मिली।लम्बे समय से राजेश पायलट सलाखों के पीछे था ।
बता दें कि नवंबर 2017 में राजेश पायलट पर नैनी जेल में जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले में राजेश पायलट ने पेशी के दौरान जेल में बंद एक रसूखदार सांसद और पूर्व विधायक पर आरोप लगाया था।लेकिन पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जेल में राजेश पायलट पर शातिर अपराधी उधम सिंह ने नाई की कैंची से हमला किया था।इस मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज करके जांच चल रही है।
राजेश पायलट पर जेल में हमले के बाद उसको नैनी जेल से स्थांतरित कर बुलंद शहर में जेल में भेज दिया गया था। जहां उसकी कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी।मिली जानकारी के अनुसार राजेश पायलट को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां बुधवार की सुबह ब्रेन हेमरेज से उसकी मौत हो गई है।