script163 साल पुरानी है पुलिस मुख्यालय की विरासत ,अब एक ही छत के नीचे बैठेंगे सभी पुलिस अधिकारी | UP police headquarters shifted from Prayag to Lucknow | Patrika News

163 साल पुरानी है पुलिस मुख्यालय की विरासत ,अब एक ही छत के नीचे बैठेंगे सभी पुलिस अधिकारी

locationप्रयागराजPublished: Aug 01, 2019 03:31:09 pm

-राजधानी में शिफ्टिंग की कार्यवाही तेज़
-सिग्नेचर बिल्डिंग में शिफ्ट करने की तैयारी
-पीएचक्यू का लीगल सेल यही रहेगा

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प्रयागराज। उत्तर प्रदेश पुलिस का मुख्यालय प्रयागराज से जल्द ही लखनऊ स्थानांतरित करने की चर्चा एक बार फिर तेज़ हो गई है। जिसकी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। शहरवासियों के विरोध के बावजूद योगी सरकार पीएचक्यू को राजधानी ले जाने का मन बना चुकी है । उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से लेकर तमाम राजनीतिक लोगों से स्थानीय लोग मिलकर अपनी आपत्ति जता चुके हैं । लेकिन मुख्यालय सूत्रों की मानें तो मुख्यालय को स्थानांतरित करने का पूरा काम लगभग हो गया है।

पुलिस मुख्यालय राजधानी की सिग्नेचर बिल्डिंग में स्थानांतरित किया जा रहा है। करोड़ों की लागत से बनी इस बिल्डिंग में अधिकारी बैठेंगे। डीजीपी ओपी सिंह ने अधीनस्थ अधिकारियों को इसके संकेत दे दिए हैं की मुख्यालय स्थान्तरित करने के संबंध में तमाम औपचारिकताएं पूरी हो गई है। कुंभ के पहले ही मुख्यालय को प्रयाग से लखनऊ ले जाने की तैयारी थी, लेकिन कुंभ के दौरान विरोध के चलते सरकार ने कुछ दिन इंतजार किया और एक बार फिर पीए पीएचक्यू के जाने की आहट तेज हुई है।

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पहले भी हुई है कोशिश
पीएचक्यू को पहले भी लखनऊ ले जाने की कोशिशें की गई थी। मायावती के शासनकाल में पीएचक्यू के ट्रांसफर पोस्टिंग समेत बजट के कुछ अहम कार्यों को लखनऊ से ही संचालित किये जाने लगे थे। इसके बाद अखिलेश शासन में भी यही व्यवस्था बरकरार रही 2014 में बीएचयू के स्थानांतरण की जोर आजमाइश हुई लेकिन इसे अमल में नहीं लाया जा सका। लेकिन अब लखनऊ में निर्मित पुलिस की सिग्नेचर बिल्डिंग में महकमे के सभी कार्यालय एक छत के नीचे होंगे।इस प्रस्ताव में पुलिस मुख्यालय भी शामिल है ।सिग्नेचर बिल्डिंग में डीजीपी से लेकर सभी डीजी और पुलिस इकाई प्रमुखों के कार्यालय व अधिनस्थ अधिकारियों के कमरे हैं।सभी प्रमुख अधिकारियों के कार्यालय और अनुभाग में भी वही स्थापित किए जाएंगे।

अहम अनुभाग
पीएचक्यू में एडीजी के अलावा आईजी बजट, आईजी भवन कल्याण ,डी आई जी स्थापना ,डीआईजी मुख्यालय, एसपी कार्मिक, एसपी मुख्यालय ,एडिशनल एसपी कार्मिक वित्त नियंत्रक, एडिशनल एसपी ,मुख्यालय और एडिशनल एसपी प्रकोष्ठ है। बजट एहाउसिंग, मोटर वाहन, पेंशन आईपीएल वर्दी भत्ते मोटर वाहन समन्वय सृजन मॉर्डनाइजेशन राजपत्रित अधिकारियों के अवकाश व वेतन पर्ची संबंधित अनुभाग शामिल है।जानकारी के मुताबिक पुलिस मुख्यालय लखनऊ शिफ्ट करने के बाद पुलिस मुख्यालय प्रयागराज में बिधि प्रकोष्ठ यानी लीगल सेल बरकरार रहेगा।सूत्रों की मानें इलाहाबाद हाईकोर्ट से संबंधी कार्य विधि प्रकोष्ठ होते हैं इस नाते लीगल सेल यहीं पर बरकरार रहेगा।

136 बरस पुराना इतिहास
136 बरस से पीएचक्यू अस्तित्व में है ,1861 में पुलिस एक्ट अनुपालन में आने के बाद 1863 में पुलिस महानिरीक्षक का पद सृजित किया गया था।1937 में मुख्यालय पुलिस महानिरीक्षक का शिविर कार्यालय लखनऊ में स्थानांतरित किया गया। पुलिस मुख्यालय का कामकाज देखने के लिए एडीजी को बाहर नियुक्त किया गया। पहले डीआईजी मुख्यालय आर के नरेश हुए थे। बाद में डीआईजी का पद बनाकर 1983 में आई जी और फिर 1992 डीजे स्तर का किया गया।प्रयागराज में स्थित पुलिस मुख्यालय लाल पत्थरों से बना हुआ है। इसका निर्माण 1870 किया गया और 1916 तक इसी बिल्डिंग में संयुक्त प्रांत का उच्च न्यायालय भी हुआ करता था। 1867 में उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रतियां मोहरों का दुर्लभ संग्रह है।

पीएचक्यू एडीजी
पुलिस मुख्यालय के एडीजी बीपी जोगदंड ने बताया कि राजधानी में इमारत पुलिस मुख्यालय की तैयार है। शासन के निर्देश के बाद कार्यवाही की जाएगी अभी इस पर कुछ कहना मुश्किल है। जब कुछ होगा जानकारी दी जाएगी।

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