उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों हरिद्वार प्रयाग राज एवं वाराणसी को एक तीव्र गति एवं प्रवेश नियंत्रित माध्यम से जोड़ने के प्रयोजन से गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के द्वितीय चरण में मेरठ से हरिद्वार एवं प्रयागराज से वाराणसी तक ग्रीन फील्ड डे का प्रस्ताव है।
वही गंगा एक्सप्रेस वे का लाभ निकटवर्ती अधिकांश जनपदों को प्राप्त हो तथा एक्सप्रेस वे पर यातायात में बढ़ोतरी हो इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे से शाहजहांपुर बरेली होते हुए जनपद रामपुर रुद्रपुर उत्तराखंड सीमा में एक एक्सप्रेसवे का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव है।
चित्रकूट से आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे के मध्य बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा चुका है यदि चित्रकूट धाम को प्रयागराज होते हुए गंगा एक्सप्रेस वे से जोड़ दिया जाता है तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बुंदेलखंड से आने वाले यातायात को अत्यंत सुविधा प्राप्त हो जायेगी।
जनपद मिर्जापुर कालीन और पीतल के बर्तन के उद्योगों के लिए जाना जाता है। साथ ही विंध्याचल, अष्टभुजा और काली खोह के पवित्र मंदिर और देवरहवा बाबा के आश्रम के लिए भी प्रसिद्ध है। जनपद में कई झरने, पहाड़ियों जैसे कई प्राकृतिक स्थलों के होने के पश्चात मिर्जापुर प्रदेश के अत्यंत पिछड़े जनपदों में शामिल है। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे के निर्मित हो जाने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश बुंदेलखंड एवं क्षेत्र के मध्य सुगम संपर्क स्थापित हो जाने से यातायात सुविधा प्राप्त हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे इस क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
यूपीडा द्वारा प्रस्तावित नए एक्सप्रेसवे 1. प्रयागराज वाराणसी एक्सप्रेस वे 110 किलोमीटर 2. मेरठ से हरिद्वार एक्सप्रेसवे 110 किलोमीटर 3. गंगा एक्सप्रेसवे से शाहजहांपुर बरेली होते हुए रामपुर रुद्रपुर उत्तराखंड सीमा
4. चित्रकूट से प्रयागराज एक्सप्रेसवे 5.झांसी लिंक एनएच 27 से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 6. विंध्य एक्सप्रेसवे चित्रकूट से मिर्जापुर बैठक में मुख्यकार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।