रिटायर्ड आईएएस के अनुभवी कमान से पटरी पर लौट रहा आयोग
सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद आयोग की सीबीआई जांच के मांग तेज हुई। सरकार बनने के एक साल बाद रिटायर्ड आईएएस डॉ प्रभात कुमार को लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। डॉ प्रभात कुमार ने आयोग में परिवर्तन करने परिणामों को समय पर जारी करवाने और कैलेंडर के अनुसार परीक्षाओं को संपन्न कराने का वादा प्रतियोगी छात्रों से किया। डाॅ प्रभात ने आयोग की कार्यप्रणाली में बदलाव करते हुए प्रतियोगी छात्रों के लिए आयोग के दरवाजे खोलें। सप्ताह में एक दिन वह खुद प्रतियोगी छात्रों की समस्याओं से रूबरू हुए। उन्होंने लंबे समय से लंबित परिणामों को खामियों को सुधरने का काम किया। जिसके बाद लंबित परिणामो को जारी कर प्रतियोगी छात्रों के मन में आयोग के प्रति एक बार फिर उम्मीद जगाई।
एक ही सत्र में तीन परीक्षाओं के परिणाम से बनाया कीर्तिमान
लोक सेवा आयोग ने इस सत्र में अब तक तीन बड़ी परीक्षाओं का परिणाम घोषित किया। जिसमें पीसीएस 2016, 2017,और पीसीएस जे का सहित कुछ सीधी भर्तियों के परिणाम घोषित हुआ है। इसके अलावा तमाम भर्ती परीक्षा के परिणाम अभी लंबित है लेकिन परिणमों में प्रतियोगी छात्रों के बीच आयोग की परीक्षाओं को लेकर उम्मीद जगी है। लंबित परिणामों और साक्षात्कार को समय से पूरा कराने के लिए छुट्टियों में भी आयोग खोला गया। इन सार्वजनिक अवकाश के दौरान आयोग के अध्यक्ष डॉण् प्रभात कुमार और सचिव जगदीश खुद मौजूद रहे। लंबे समय से पीसीएस 2017 और 2016 के लंबित परिणाम का इंतजार था। साथ ही पीसीएसजे का परिणाम भी निर्विवाद घोषित किया गया।
इन परीक्षा परिणामों के साथ पीसीएस संवर्ग में लोक सेवा आयोग ने अब तक 1909 पदों पर चयन किया है। पीसीएस 2017 में 27 तरह के पदों पर भर्ती हुई जिसमें 676 पदों पर चयन हुआ। इस परीक्षा में सबसे अधिक प्रदेश में 114 नायब तहसीलदारए डिप्टी कलेक्टर 22 डिप्टी एसपी 90 सीटीओ 80 जिला कमांडेंट होमगार्ड सहित अन्य पदों पर अभ्यर्थी चयनित हुए। वहीं 2016 में 53 डिप्टी कलेक्टर 52 डिप्टी एसपी समेत 26 प्रकार के 630 पदों पर चयन किया गया। इस दोनों भर्तियों में मिलाकर इस वर्ष पीसीएस संवर्ग में 1306 पदों पर चयन किया जा चुका है। वही पीसीएसजे की परीक्षा परिणाम में 603 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था जिसे मिला कर 1909 अभ्यर्थी सफल हुए है।