script4 बीघे जमीन के कारण चार लोगों की हत्या के बाद ऐसा है गांव का आलम तीन दिन से नहीं जले चूल्हे, पूरा गांव दहशत में | Villagers Panic after Four People Murder in allahabad | Patrika News

4 बीघे जमीन के कारण चार लोगों की हत्या के बाद ऐसा है गांव का आलम तीन दिन से नहीं जले चूल्हे, पूरा गांव दहशत में

locationप्रयागराजPublished: Sep 09, 2018 03:59:26 pm

नामजद रिश्तेदारों के साथ आधा दर्जन संदिग्धों को पुलिस ने उठाया,कर रही पूछताछ

Villagers Panic

Murder in allahabad

इलाहाबाद। जिले के सोरांव थाना अंतर्गत बिगहिया गांव में गुरुवार को एक ही परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या कांड ने सबको हिला कर रख दिया है।हत्याकाण्ड के तीसरे दिन भी आस-पास के घरों में चूल्हे नहीं जले। लोग घरों से नहीं निकल रहे। हर कोई अब तक मासूम बच्चे की लाश और घर का मंजर याद करके सिहर जा रहा है। आस पड़ोस के घरों की महिलाएं महीने भर पहले जन्मी बच्ची को याद करके रो रही हैं। पहले बेटा फिर पति को खोने का दर्द लिए पूरी जिन्दगी काटने वाली कमलेश देवी ने कभी नहीं सोचा रहा होगा कि उनका परिवार एक दिन इस कदर उजड़ जाएगा।

दूसरी ओर चार लोगों के हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस पर भारी दबाव है। पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को उठाकर पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में एसएसपी के नेतृत्व में तीन टीमें लगा दी गई हैं। साथ क्राइम ब्रांच भी इस मामले में जुटी है। हत्याकांड में संदिग्धों के साथ ही मृतक प्रताप नारायण के साढू अमर और उसके पिता को भी हिरासत में ले लिया गया है। अमर सहित पांच लोग हत्याकांड में नामजद हैं। इन लोगों पर सम्पत्ति में हिस्सा मांगने का आरोप है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर दिखे प्राथमिक साक्ष्यों से पुलिस इसको लूट की वारदात मान रही थी। लेकिन अब पुलिस की जांच में रिश्तेदारों पर अंदेशा बना हुआ था। बता दें कि मृतक कमलेश देवी की तीन बेटियां थीं। बड़ी बेटी अपने परिवार के साथ यहीं रहती थी। जिसका अब पूरा परिवार खत्म हो चुका है। वहीं कमलेश की सबसे छोटी बेटी जिसकी शादी घर से कुछ ही दूरी पर हुई है। उसके पति और परिवार वालों को कमलेश की संपत्ति में हिस्सा चाहिए था। गांववालों के अनुसार बेटियों के ससुराल वाले जमीन में हिस्सा चाह रहे थे, लेकिन कमलेश बड़ी बेटी को ही वारिस बनाना चाहती थी। दूसरी बेटी की शादी बनारस में हुई थी। दूर होने के नाते उसका घर आना- जाना कम था।

बिगहियां गांव हाइवे से बिल्कुल लगा हुआ है, जिसके चलते जमीन का भाव करोड़ों में है। मृतक कमलेश देवी के पति विमल और उनके भाई ओम प्रकाश के हिस्से में चार-चार बीघे जमीन मिली थी। बंटवारा दस साल पहले हो चुका था। बीमारी के चलते विमल चन्द्र की मौत हो गई। जिसके बाद इनके परिवार की जिम्मेदारी बड़े भाई ओम प्रकाश के ऊपर थी। पड़ोसियों के मुताबिक़ ओम प्रकाश ने ही तीनो बेटियों की शादी की थी। हालांकि इस हत्याकांड में ओम प्रकाश सहित उनके बेटों को भी आरोपी बनाया गया है।

मृतक कमलेश का एक बेटा था 15 साल पहले मुंबई जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही गायब हो गया। उसका आज तक कोई पता नहीं चला। उसके गम में पिता विमल चन्द्र गंभीर बिमारी की चपेट में आये और चल बसे। बड़ी बेटी की शादी के बाद प्रताप ने अपने ससुराल में आकर बड़े होने का फर्ज अदा करता रहा, लेकिन किसे पता था जहाँ वो सेहरा बाँध कर आया था,उसी घर में उसकी हत्या होगी।
घर के ही पास में रहने वाली एक महिला कहती हैं मैं दो दिन से सोई नही हुई हूँ। घर में बच्चों के आलावा किसी ने कुछ खाया नही। हम लोग पूरी जिन्दगी इस घटना को भूल नही पायेगें ।

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