दरअसल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता ने अपनी सोशल साइट पर एक व्हाटसप चैट को वायरल किया है। जिसमे छात्रनेता का दावा है की यह नम्बर विश्वविद्यालय के वीसी का है।और उनके द्वारा एक महिला से अश्लील बातें की गई है।हालांकि इस पूरे मुद्दे को विश्वविद्यालय के कुलपति ने नकार दिया है।और इसे साजिश करार देते हुए कहा है कि इस मामले में वह कानूनी राय लेकर कानूनी प्रक्रिया से इसकी लड़ाई लड़ने को तैयार है।
बता दें कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता अविनाश दुबे ने अपने फेसबुक पर एक अश्लील बातो वाला व्हाटसप चैट वायरल किया है।और दावा है कि वह नम्बर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रतन लालहंग्लू का है। जिससे वीसी ने एक महिला से अश्लील चैट किया गया है। जो स्क्रीन शॉट वायरल किया गया है और चैट दिख रही है, उसमे महिला से अश्लील बातें साफ साफ पढ़ी जा सकती है। साझा किये गये स्क्रीन शॉट में जो नंबर दिख रहा है। उसमे कुलपति की डीपी भी दिखाई दे रही है।साथ ही चैट के दौरान वीसी और उनकी पत्नी की भी फोटो साझा की गई है।
व्हाटसप चैटिंग का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद पूरे कैम्पस में हंगामा खड़ा हो गया है।विश्वविद्यालय से जुड़े हर शख्स की जुबान पर इस स्क्रीन शॉट के ही चर्चे है। लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नही हुआ। वहीं सोशल साइट पर जहां एक तरफ छात्र नेता द्वारा इस चैटिंग को वायरल किया गया है। तो वही दूसरी तरफ उनके समर्थन में भी लोग उतर आए हैं। और वही चैटिंग जिसका दावा कुलपति के नम्बर से होने का किया जा रहा है। उसी चैटिंग को कुलपति समर्थक दुसरे नम्बर पर भी दर्शा रहे है।और बताया जा रहा है, कि यह सब एडिट करके कुलपति को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।
वही छात्र नेता ने दावा किया है, कि जिस महिला से चैटिंग की गई है।वह दिल्ली की रहने वाली है। उसका इलाहाबाद से भी करीबी नाता है। जिसको नौकरी दिलाने का कुलपति ने वादा किया था। लेकिन कुलपति ने सारे मामले को फर्जी बताते हुए एक साजिश करार दिया है।कहा की एक लड़का है जिसका प्रवेश विवि में नही हुआ जिसके बाद वह यह सब फैला रहा है। वायरल हुआ स्क्रीन शॉट कितना सही और इसमें कितनी साजिश है,यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा।बता दें की छात्रनेता एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़ा है।