कमिश्नर का स्टेनो रणजीत यादव इलाहाबाद विश्वविद्यालय से सटी सीमैट कॉलोनी में परिवार के साथ रहता था। पिछले चार दिनों से रणजीत के घर में किसी का आना-जाना नहीं हुआ। शनिवार को घर से निकलने वाली तेज दुर्गंध से लोगों को कुछ शक हुआ। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस पहुंची और घर में घुसी तो अंदर का नजारा देखकर दंग रह गयी। अंदर रणजीत यादव की पत्नी पूनम यादव और एक साल की मासूम बेटी का शव पड़ा हुआ था। हत्या किसी धारदार हथियार से की गयी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा। डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है।
मृतका पूनम यादव के मामा उमेश यादव ने पत्रिका को बताया कि दो साल पहले इलाहाबाद के गंगापार के कौड़िहार के रहने वाले रणजीत यादव की शादी झूंसी थानान्तर्गत हेतापट्टी निवासी पूनम के साथ 27 नवंबर 2016 को बड़े ही धूमधाम से हुई थी। दहेज में एक कार और तीन लाख रुपये कैशदिये गए थे। दोनों को एक साल की बेटी भी थी। पूनम के पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। मृतका पूनम चार भाइयों में सबसे छोटी थी। अभी हत्या का कारण स्प्ष्ट नहीं हो सका है। पुलिस ने कहा है कि मामले की हर पहलू से जांच-पड़ताल चल रही है और हत्यारे जल्द ही पकड़े जाएंगे।
by Prasoon Pandey