इलाहाबाद. योगी सरकार के बजट में संगम नगरी का अर्धकुंभ एक बार फिर अलादीन का चिराग साबित हुआ है। हर बार की तरह इस बार भी यूपी सरकार ने अर्धकुंभ को विकास का चेहरा बताते हुए बजट जारी किया है। अर्धकुंभ के नाम पर संगम नगरी को 500 करोड़ का बजट आवंटित हुआ है। संगम नगरी इलाहाबाद में 2018-19 में अर्धकुंभ मेला लगने वाला है। मेले में 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिसके लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार तेजी से कार्य करने पर जोर दिया रहा है।
वहीं आज योगी सरकार के पहले बजट के पिटारे से अर्धकुंभ की तैयारियों के नाम पर 500 करोड रूपये की सौगात मिली है। इस 500 करोड़ रूपये से संगम नगरी की सड़क, बिजली और पानी व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों को चार लेन बनाने की भी घोषणा की गई है। जिसमें संगम नगरी इलाहाबाद का नाम भी शामिल है। इसके अलावा गंगा, यमुना के पानी की क्वालिटी जांच के लिए वाराणसी, कानपुर के अलावा इलाहाबाद में भी प्लांट तैयार किया जाएगा। नदियों की सफाई और स्वच्छता अभियान के नाम पर भी बजट में विशेष महत्व दिया गया है। जिसमें इलाहाबाद को विशेष दर्जा दिया गया है।
स्मार्ट सिटी और मेट्रो ट्रेन को भी बजट बजट में स्मार्ट सिटी के लिए चिन्हित शहरों को विशेष दर्जा दिया गया है। शहर के स्मार्ट सिटी बनाने के लिए भी बजट आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश के जिन शहरों में मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है। योजना को गति देने के लिए बजट में विशेष महत्व दिया गया।