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हर दूसरे महीने में अलवर जिले का एक सपूत देश के लिए हो रहा शहीद, आप भी याद कीजिए वीरों की शहादत

locationअलवरPublished: Jun 14, 2018 08:50:33 am

Submitted by:

Prem Pathak

अलवर का एक सपूत हर दूसरे महीने मे देश के लिए शहीद हो रहा है।

1 soldier of alwar martyr in every two months

हर दूसरे महीने में अलवर जिले का एक सपूत देश के लिए हो रहा शहीद, आप भी याद कीजिए वीरों की शहादत

अलवर. अब तक साल 2018 देश की सीमाओं पर डंटे जाबांज सैनिकों के लिए अशुभ रहा है। खासकर अलवर जिले के लिए। इस साल अकेले अलवर जिले से हर दूसरे महीने में एक सैनिक शहीद हुआ है। जिसका पूरे जिले को बड़ा दुख है। इस साल फरवरी माह में 28 साल के कठूमर के मैसना गांव निवासी राजेन्द्र गुर्जर शहीद हो गए थे। उनके बाद मार्च 2018 में मुण्डावर के सुन्दरबाड़ी गांव के निवासी लक्ष्मण सिंह छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के हमले में शहीद हो गए थे।
उसके बाद अब 13 जून को बानसूर के मुगलपुर गांव के सपूत जाबांज सैनिक हंसराज गुर्जर जम्मू कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में शहीद हो गए हैं। इस तरह साढ़े पांच माह में जिले के तीन सैनिक शहीद हो गए। जिससे पूरा जिला दुख में है। सबने जाबांज शहीद की शहदात को सलाम कर कभी नहीं भुलाने का वादा किया है।
28 व 32 साल के जवान

तीनों जवान 28 व 32 साल के हैं। बानसूर के मुंगलपुर निवासी हंसराज गुर्जर व कठूमर के राजेन्द्र गुर्जर दोनों 28 साल की उम्र में शहीद हो गए। जबकि मुण्डावर के सुन्दरबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह केवल 32 साल की उम्र में देश पर बलिदान हो गए। जो अपने परिवार में छोटे-छोट बच्चे व माता-पिता छोडकऱ चले गए। हंसराज गुर्जर के परिवार में कुछ दिन पहले बेटा होने की खुशी मिली और अब सैनिक के शहीद होने की खबर से परिवार पर पहाड़ टूटने जैसा दुख आ पड़ा। इसी तरह लक्ष्मण सिंह के परिवार पर दुख आ गए। पत्नी के ऊपर छोटे-छोटे बच्चों को संभालने की जिम्मेदार आ पड़ी है।
सुबह पुलिस ने दी सूचना

बुधवार सुबह हरसौरा पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने परिजनों एवं ग्रामीणों को हंसराज गुर्जर के शहीद होने की सूचना दी। इस पर गांव में शोक छा गया। ग्रामीण शहीद के घर एकत्र होने के बजाय उनके घर से दूर खेत में मुख्य मार्ग पर बैठकर पार्थिक देह आने का इंतजार करते रहे।
मृदुभाषी था हंसराज

ग्रामीणों ने बताया कि हंसराज मिलनसार व मृदुभाषी था। वह गांव में दोस्तों के साथ अक्सर फोन पर बात किया करता था। जिसकी सभी चर्चाएं करते हैं।

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