उसके बाद अब 13 जून को बानसूर के मुगलपुर गांव के सपूत जाबांज सैनिक हंसराज गुर्जर जम्मू कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में शहीद हो गए हैं। इस तरह साढ़े पांच माह में जिले के तीन सैनिक शहीद हो गए। जिससे पूरा जिला दुख में है। सबने जाबांज शहीद की शहदात को सलाम कर कभी नहीं भुलाने का वादा किया है।
28 व 32 साल के जवान तीनों जवान 28 व 32 साल के हैं। बानसूर के मुंगलपुर निवासी हंसराज गुर्जर व कठूमर के राजेन्द्र गुर्जर दोनों 28 साल की उम्र में शहीद हो गए। जबकि मुण्डावर के सुन्दरबाड़ी निवासी लक्ष्मण सिंह केवल 32 साल की उम्र में देश पर बलिदान हो गए। जो अपने परिवार में छोटे-छोट बच्चे व माता-पिता छोडकऱ चले गए। हंसराज गुर्जर के परिवार में कुछ दिन पहले बेटा होने की खुशी मिली और अब सैनिक के शहीद होने की खबर से परिवार पर पहाड़ टूटने जैसा दुख आ पड़ा। इसी तरह लक्ष्मण सिंह के परिवार पर दुख आ गए। पत्नी के ऊपर छोटे-छोटे बच्चों को संभालने की जिम्मेदार आ पड़ी है।
सुबह पुलिस ने दी सूचना बुधवार सुबह हरसौरा पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने परिजनों एवं ग्रामीणों को हंसराज गुर्जर के शहीद होने की सूचना दी। इस पर गांव में शोक छा गया। ग्रामीण शहीद के घर एकत्र होने के बजाय उनके घर से दूर खेत में मुख्य मार्ग पर बैठकर पार्थिक देह आने का इंतजार करते रहे।
मृदुभाषी था हंसराज ग्रामीणों ने बताया कि हंसराज मिलनसार व मृदुभाषी था। वह गांव में दोस्तों के साथ अक्सर फोन पर बात किया करता था। जिसकी सभी चर्चाएं करते हैं।