इस रोड की मांग को लेकर सालों तक धरने प्रदर्शन हुए। अनेकों बार विधानसभा में मांग उठी। कई विधानसभा चुनावों में नेताओं के वादे किए। पिछले पांच साल में 207 की मौत के अलावा करीब 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पांच साल में अलवर से रामगढ़ तक 207 व नौगांवा तक 225 की मौत हुई है।
8.5 किलोमीटर तक 23 मीटर रोड अलवर से करीब 8.5 किलोमीटर तक करीब बगड़ तिराहे तक 12 मीटर रोड होगी। दोनों तरफ 5.5 मीटर की सर्विस लेन होंगी। इस तरह बगड़ तिराहे तक करीब 23 मीटर की रोड रहेगी। जो अभी केवल 7 मीटर है। बगड़ तिराहे से आगे केवल 10 मीटर की रोड होगी। सर्विस लाइन नहीं बनेगी। विभाग के सर्वे व थाने की रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक दुर्घटनाओं में मौत भी बगड़ तिराहे से अलवर के बीच हो रही हैं। जिसके कारण यहां तक 12 मीटर रोड के अलावा दोनों तरफ साढ़े पांच मीटर की सर्विस लेन रहेगी। इस सर्विस लेन पर छोटे वाहन निकलेंगे। बीच में मुख्य सडक़ से भारी वाहनों की आवाजाही रहेगी।
टेण्डर खुलेंगे करीब 35 किलोमीटर की लम्बाई वाली इस रोड के टेण्डर खुलेगा। इसके बाद आगामी चार माह में सडक़ का निर्माण का काम शुरू होगा। उसके डेढ़ साल में सडक़ बनेगी। इस रोड का निर्माण पीडब्ल्यूडी की एनएच विंग के जरिए किया जाएगा।
टेण्डर खुलने की प्रक्रिया 16 को अलवर से नौगांवा तक बनने वाली इस रोड का टेण्डर 16 मार्च को खुल जाएगा। इसके बाद सडक़ का निर्माण शुरू होगा। अभी आचार संहिता है। जिसके कारण सडक़ का कार्य शुरू होने में समय लग सकता है। सडक़ बनाने की अवधि डेढ़ साल रहेगी।
अनिल कुमार, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी एनएच विंग