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एक ऐसा शहर जिसमें रोज होती गायों है सवामणी

locationअलवरPublished: Apr 06, 2019 12:42:45 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

अलवर एक ऐसा शहर हैं, जहां प्रतिदिन गायों की सवामणी होती है। यहां प्रतिदिन गायों की सवामणी करने के लिए कई माह की अग्रिम बुकिंग है। ये वो गौवंश है जो सडक़ों पर पेट भरने के लिए घूमती है। इसके लिए जिले में सकारात्मक माहौल बना है।

A city that has a daily cow habit

एक ऐसा शहर जिसमें रोज होती है सवामणी

अलवर एक ऐसा शहर हैं, जहां प्रतिदिन गायों की सवामणी होती है। यहां प्रतिदिन गायों की सवामणी करने के लिए कई माह की अग्रिम बुकिंग है। ये वो गौवंश है जो सडक़ों पर पेट भरने के लिए घूमती है। इसके लिए जिले में सकारात्मक माहौल बना है।

गौ सेवा का ऐसा संकल्प की लोगो को उनके जन्मदिन,शादी की सालगिरह,कोई भी खुशी के पल पर गौ स्वमानी के आयोजन के लिए कर रहे है प्रेरित- करते है गौ स्वमानी ओर श्रमदान, गाते है हनुमान चालीसा करना चाहते है सारी अव्यवस्थाओं को दूर ।
अलवर फल सब्जी मंडी के पूर्व सचिव विष्णु दत्त शर्मा की प्रेरणा से ठीक 2 माह पूर्व शहर के कुछ गौ भक्तो ने नगर परिषद अलवर द्वारा विगत 5 माह पूर्व बुद्ध विहार में चालू किये गए कांजी हाउस की हालत देखी तो उन्होंने नगर परिषद के साथ साथ वहां रह रहे गौवंश की देखरेख, भोजन व्यवस्था को सुचारू कराने का संकल्प लिया । तभी से ही कुछ गौसेवकों की टीम शहर के लोगो से मिलती है उनसे उनके जन्मदिन , शादी की सलगीरह, दिवंगत आत्मा के निमित्त या अन्य किसी भी अवसर पर गौ स्वमानी के आयोजन कराने के लिए प्रेरित करते हैं और इसका जिम्मा उठाया शहर की संस्था गौ नन्दी संरक्षण समिति ने

समिति से जुड़े सरदार संतसिंह पेशे से अलवर वाहिनी चलते है , रह बस कर गुजारे लायक रुपया कमाने के बावजूद जुनून ऐसा की कांजी हाउस में प्रतिदिन 300 किलो हरी कुट्टी बिना किसी शुल्क लिए दानदाताओ से हाउस तक पहुचते हैं । उनका कहना है कि गौ वंश की सेवा उनकी प्राथमिकता है इनकी सेवा के उपरांत मुझे अपने आप ही गुजारे लायक मजदूरी प्रतिदिन बन जाती है । सवारियां चाहे जितनी भी हो सुबह 10 बजे ये प्रतिदिन गा?ी लेकर हाउस पहुच ही जाते है । पिछले 3 माह से हरे की व्यवस्था गौ वंश के लिए कर ही रहै है, गौवंश को अधिक से अधिक चारा मिले इस उद्देश्य से अब तो उन्होंने स्वयम का एक कुट्टी का प्रतिष्ठान भी खुलवा लिया है, जहां के लोग दान देते है और एकत्र कुट्टी गौ नन्दी हाउस में डालते है।
गौ नन्दी संरक्षण समिति से जुड़े किशन लाल कालरा, कृष्ण कुमार बत्रा, सौरभ कालरा,जीतेन्द्र सैनी,बिरजू मीणा,बबलू पराजपत,जग्गू सैनी,जसवंत यादव,मयंक खण्डेलवाल,प्रेम राजावत,नाहरसिंह पांचाल,कपिल शर्मा,, सहित लगभग 20 सेवको की टोली का जुनून भी काबिले तारीफ है ।

बिना किसी व्यापक रणनीति के 23 जनवरी को पहली गौ स्वमानी इनके संयुक्त प्रयास से आयोजित की गई वही इनके द्वारा इस अभियान को निरन्तर चलाने का संकल्प कुछ इस प्रकार लिया गया कि आज इनके द्वारा 75 गौ सवामनियो का आयोजन बेहद सहज ढंग से आयोजित करा दिया गया है
22 जनवरी से शुरू हुए इस अभियान के अंतर्गत कांजी हाउस में प्रतिदिन के तय समयानुसार दोप 12 बजे सवामणी का आयोजन किया जाता है ,

समिति अध्यक्ष सौरभ कालरा ने बताया कि कांजी हाउस में रह रहे 230 के लगभग गौवंश को पौष्ठिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से समिति द्वारा प्रतिदिन गौ सवामनियो का आयोजन कराया जाता है ।

भमशाहो के सहयोग से 20 दिन पूर्व ही गौ वंश हेतु बने शेड में पूरी 9000 ईंटो को लगाकर फर्श का निर्माण भी करवाया गया है अगला कार्य गर्मी से बचाव के लिए ब?े शेड की व्यवस्था करना हमारा लक्ष्य है जिसका काम चालू कर दिया गया है, जिसे जल्द ही धरातल पर मूरत रूप दिया जावेगा।
गौभक्त जसवंत यादव ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जन्मदिन, शादी की सालगिरह, वैवाहिक उत्सव या अन्य किसी भी उपलक्ष्य में मात्र 2100 में ऐसी सवामणी का आयोजन करा सकता है ।
फल सब्जी मंडी युवा आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जीतेन्द्र सैनी ने बताया कि मंडी के व्यापारियों की एक टीम इस 2100 राशि मे जिसमे टेम्पो किराया व मजदूरी समिलित है में अधिक से अधिक मात्रा में सब्जियां इस पुनीत कार्य के लिए न्यूनतम दर पर व्यवस्था करती है।
गौ सवामणी के उपरांत सभी के द्वारा तालिया बजाकर वहा हनुमान चालीसा का गायन भी किया जाता है इस अभियान में शहर के राजनेताओ,भामाशाहों,जागरूक व्यक्तियों का निरन्तर सहयोग इन्हें मिल रहा है

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