गौ सेवा का ऐसा संकल्प की लोगो को उनके जन्मदिन,शादी की सालगिरह,कोई भी खुशी के पल पर गौ स्वमानी के आयोजन के लिए कर रहे है प्रेरित- करते है गौ स्वमानी ओर श्रमदान, गाते है हनुमान चालीसा करना चाहते है सारी अव्यवस्थाओं को दूर ।
समिति से जुड़े सरदार संतसिंह पेशे से अलवर वाहिनी चलते है , रह बस कर गुजारे लायक रुपया कमाने के बावजूद जुनून ऐसा की कांजी हाउस में प्रतिदिन 300 किलो हरी कुट्टी बिना किसी शुल्क लिए दानदाताओ से हाउस तक पहुचते हैं । उनका कहना है कि गौ वंश की सेवा उनकी प्राथमिकता है इनकी सेवा के उपरांत मुझे अपने आप ही गुजारे लायक मजदूरी प्रतिदिन बन जाती है । सवारियां चाहे जितनी भी हो सुबह 10 बजे ये प्रतिदिन गा?ी लेकर हाउस पहुच ही जाते है । पिछले 3 माह से हरे की व्यवस्था गौ वंश के लिए कर ही रहै है, गौवंश को अधिक से अधिक चारा मिले इस उद्देश्य से अब तो उन्होंने स्वयम का एक कुट्टी का प्रतिष्ठान भी खुलवा लिया है, जहां के लोग दान देते है और एकत्र कुट्टी गौ नन्दी हाउस में डालते है।
बिना किसी व्यापक रणनीति के 23 जनवरी को पहली गौ स्वमानी इनके संयुक्त प्रयास से आयोजित की गई वही इनके द्वारा इस अभियान को निरन्तर चलाने का संकल्प कुछ इस प्रकार लिया गया कि आज इनके द्वारा 75 गौ सवामनियो का आयोजन बेहद सहज ढंग से आयोजित करा दिया गया है
भमशाहो के सहयोग से 20 दिन पूर्व ही गौ वंश हेतु बने शेड में पूरी 9000 ईंटो को लगाकर फर्श का निर्माण भी करवाया गया है अगला कार्य गर्मी से बचाव के लिए ब?े शेड की व्यवस्था करना हमारा लक्ष्य है जिसका काम चालू कर दिया गया है, जिसे जल्द ही धरातल पर मूरत रूप दिया जावेगा।
गौभक्त जसवंत यादव ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जन्मदिन, शादी की सालगिरह, वैवाहिक उत्सव या अन्य किसी भी उपलक्ष्य में मात्र 2100 में ऐसी सवामणी का आयोजन करा सकता है ।