इस पर उसने मेल पर ऑर्डर कन्फर्म कर दिया। अगले दिन 13 जनवरी को एक महिला और उसकी पुत्री दुकान पर आई और स्वयं को नीमराणा से ऑर्डर बुक कराने वाले वीरेन्द्र कुमार की पत्नी व बेटी बताया। उन्होंने 160 थर्मोस्टील की बोतल पसन्द कर 1 लाख 6 हजार रुपए का चेक दे दिया। इस पर उसने उसके बताए पते पर माल भेज दिया। खण्डेलवाल ने बताया कि 13 जनवरी को शनिवार व अगले दिन रविवार होने पर उन्होंने 15 जनवरी को बैंक में चेक लगाया।
अगले दिन बैंक ने चेक वापस लौटा दिया और बताया कि जिसका यह चेक है, उसका खाता बंद है। व्यापारी खण्डेलवाल ने बताया कि इस पर उसने कई बार पार्टी को फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इस पर वह नीमराणा भी गया और भेजे गए ऑर्डर के पते पर पहुंचा तो पता चला कि वह मकान खाली था। पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी है।