रेटा निवासी पंडित बालकिशन पुत्र गोवर्धन लाल ने थाने में रिपोर्ट दी कि उसकी 15 वर्षीय पुत्री शिवानी कठूमर कस्बे के एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा में अध्यनरत थी और गुरुवार को ङ्क्षहदी की परीक्षा देकर अपनी सहपाठी काजल पुत्री सुरेंद्र निवासी दुधेरी के साथ स्कूटी पर गांव वापस लौट रही थी। दोपहर 12 बजे जाटव नंगला रेटा के पास सामने से आ रही एक पिकअप के चालक ने तेजी एवं लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए सामने से टक्कर मार दी। जिससे दोनों छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना मिलने पर छात्राओं के परिजन, ग्रामीण एवं पुलिस मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया।
सीएचसी कठूमर में प्राथमिक उपचार देकर शिवानी को अलवर रैफर कर दिया गया, जिसने अलवर पहुंचने से पूर्व ही दम तोड़ दिया तथा काजल का इलाज भरतपुर में चल रहा है। शिवानी की अलवर में मौत होने के बाद छात्रा का शव कठूमर अस्पताल लाया गया, जहां उसका पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान लडक़ी के पिता पंडित बाल कृष्ण अपनी सुध बुध खो बैठे और उनकी आंखों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। पोस्टमार्टम के समय पंचायत समिति सदस्य मीरा रंजीत रेखा, राजू रेटा, पूर्व सरपंच नरेंद्र ङ्क्षसह सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।
दौसा से आकर रहने लगे रेटा में : छात्रा का परिवार वर्ष 2005 में गीजगढ़ दौसा से रेटा आकर रहने लग गया। परिवार के पास गांव में स्वयं का मकान भी नहीं है। रेटा निवासी राजू चौधरी के मकान में रह रहा है। छात्रा का पिताा बाल कृष्ण धार्मिक कार्यक्रमों के जरिये परिवार का पालन पोषण कर रहा है। बाल कृष्ण के दो संतान हैं जिनमें छात्रा शिवानी की मौत हो गई और एक पुत्र है।
दौसा से आकर रहने लगे रेटा में : छात्रा का परिवार वर्ष 2005 में गीजगढ़ दौसा से रेटा आकर रहने लग गया। परिवार के पास गांव में स्वयं का मकान भी नहीं है। रेटा निवासी राजू चौधरी के मकान में रह रहा है। छात्रा का पिताा बाल कृष्ण धार्मिक कार्यक्रमों के जरिये परिवार का पालन पोषण कर रहा है। बाल कृष्ण के दो संतान हैं जिनमें छात्रा शिवानी की मौत हो गई और एक पुत्र है।