एक रुपए के बोनस की परवाह नहीं, कै से रुके सिंगल यूज प्लास्टिक
अलवरPublished: Dec 12, 2019 03:02:48 am
एक बोतल पर एक या दो रुपए बोनस मिलता है लेकिन, यात्री नहीं ले रहे रुचि
एक रुपए के बोनस की परवाह नहीं, कै से रुके सिंगल यूज प्लास्टिक
अलवर. देश में सिंगल यूज प्लास्टिक बंद करने को लेकर सरकार ने गाइडलाइन जरूर जारी कर दी लेकिन, धरातल पर कुछ बदलाव नहीं दिखा है। पूरे जिले में अकेले अलवर जंक्शन पर प्लास्टिक की बोतल को रिसाइकिल करने की मशीन लगी है लेकिन, उसका भी उपयोग नहीं के बराबर है। असल में बोतल क्रेश करने पर पेटीएम के जरिए एक या दो रुपए का बोनस मिलता है। जिसकी आमजन को परवाह नहीं है। जागरुकता के अभाव में आम यात्रियों को पता नहीं है। एेसे में स्टेशन पर लगी मशीन की सार्थकता पूरी नहीं हो रही है।
न जागरूक न प्रक्रिया का पता: सबसे पहले अलवर जंक्शन पर यह बदलाव दिखना चाहिए। यहां प्लास्टिक बोतल रिसाइक्लिंग मशीन लगी है। लेकिन, यहां असल में मशीन का कोई प्रचार नहीं है। यात्रियों को सामान्य रूप से देखने में इसके उपयोग का पता नहीं लगता है। इसके अलावा बोटल रिसाइक्लिंग करने की मशीन की प्रक्रिया भी है। रेलवे की ओर से भी कोई प्रयास नहीं होने लगे हैं कि बोतल रिसाइक्लिंग मशीन का नियमित रूप से उपयोग होने लगे।
अनाउंसमेंट भी नहीं होता : अभी रेलवे स्टेशन पर एेसा कोई अनाउंसमेंट भी होता है। जिस तरह ट्रेन के आने की सूचना बार-बार अनाउंस होती है। उसी तरह रिसाइक्लिंग मशीन की जानकारी देने की जरूरत है। तभी यात्री इसके बारे में जानेंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाने के लिए जंक्शन से होने वाली शुरूआत को आगे बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल पूरे जिले में बाजारो में सिंगल यूज प्लास्टिक की खूब बिक्री हो रही है। आम दुकानों पर प्लास्टिक की पॉलीथिन की भी भरमार है।
एेसे मिलता है बोनस
जंक्शन पर लगी मशीन पर खाली प्लास्टिक की बोतल को क्रेश करने पर अंक मिलते हैं। जो पे-टीएम के जरिए एक या दो रुपए मिलते हैं। मशीन में बोतल डालने के बाद पूरी पक्रिया के तहत उसमें मोबाइल नम्बर सहित आवश्यक जानकारी अपडेट करनी होती है। इसके बाद पर्ची के आधार पर दुकानों से भी पानी की नई बोतल सहित कुछ खाद्य सामग्री लेने पर एक बोतल पर एक या दो रुपया मिलता है। लेकिन, यहां एक या दो रुपए के बोनस के प्रति यात्रियों में रुचि नहीं दिख रही। कुछ आमजन को जानकारी भी नहीं है।