डॉ. गुप्ता एक साल से एसीबी की पकड़ से फरार चल रहे थे, डॉ. पंकज ने खुद की फोटो डालकर कमिंग बैक लिखा है। इस पर 1200 लोगों ने कमेंट किया। मामला बढऩे पर रात को इस पोस्ट को हटा दिया गया। डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मामले में डॉ. पंकज व उसका भाई अमित गुप्ता फरार चल रहे थे। कुछ दिन पहले एसीबी ने अमित को गिरफ्तार कर लिया। जबकि डॉ. पंकज अभी तक फरार चल रहे हैं। बुधवार रात 8.49 बजे डॉ. पंकज ने खुद की फोटो डालकर खुद के जल्द आने की बात कहीं।
इस पर कुछ लोगों ने कमेंट के माध्यम से उसका स्वागत किया तो, कुछ सिंघम रिटर्न, तो कई लोगों ने करौली का डॉन का कमेंट किया। गुरुवार को पूरे दिनभर शहर व स्वास्थ्य विभाग में यह पोस्ट चर्चा का विषय बना रहा। दिनभर फोटो व पोस्ट वायरल होने के बाद शाम तक उसे हटा दिया गया।
जबकि डॉ. पंकज कई माह से फरार चल रहा है। एसीबी सहित कई जिलो की पुलिस उसकी तलाश में लगी है। तो स्वास्थ्य विभाग भी डॉ. को बचाने में लगा हुआ है। विभाग की तरफ से अभी तक उसके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई। उल्टा स्वास्थ्य विभाग पूरा मामला दबाने में लगा रहा। एसीबी उपाअधीक्षक सलेहम मोहम्मद ने बताया कि न्यायालय ने डॉ. पंकज गिरफ्तारी पर तीन सप्ताह की रोक लगा दी है। रोक हटते ही डॉक्टर की गिरफ्तारी होगी। इस पोस्ट के बाद लोगों में चर्चाएं शुरू हो गई है कि वे कब आएगा, और इतने दिन कहां था, इसके साथ ही कई लोग पूर्व सीएमएचओ की गिरफ्तारी पर से हटी रोक का विरोध भी किया है।