एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि परिवादी एक किसान ने एसीबी में 16 जून बुधवार को कार्यालय कनिष्ठ अभियंता, जयपुर डिस्कॉम, मालाखेड़ा के कनिष्ठ अभियंता की ओर से कृषि भूमि पर लगे कृषि कनेक्शन की डीपी (ट्रांसफार्मर) जल जाने पर नया ट्रांसफार्मर जारी करने तथा उक्त कनेक्शन के जून माह में जारी किए गए गलत बिजली बिल की राशि कम करने की एवज में 12000 रुपए की रिश्वत मांगने की शिकायत की। शिकायत में बताया गया कि बातचीत करने के बाद सौदा 10 हजार रुपए में तय हुआ। इस पर एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में डीएसपी महेंद्र कुमार मीणा के टीम ने मामले का सत्यापन किया। सत्यापन में मामला सही पाया गया।
इसके बाद गुरुवार सुबह 10.30 बजे एसीबी ने टीम ने ट्रेप की कार्रवाई करते हुए विद्युत निगम के कनिष्ठ अभियंता आतुर गौड़ पुत्र गैंदालाल गौड़ को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों निगम के मालाखेड़ा कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया। टीम ने आरोपी से रिश्वत की राशि बरामद कर ली है। कनिष्ठ अभियंता आतुर गौड़ मूल रूप से जयपुर जगतपुरा के रहने वाले हैं। वो यहां मालाखेड़ा में विद्युत निगम में जेईएन के पद पर कार्यरत हैं। एसीबी की तरफ से शिकायतकर्ता की पहचान गुप्त रखी गई है। एसीबी ने कार्रवाई के बाद परिवादी कार्य भी करवा दिया है।
मात्र चार साल की सर्विस कनिष्ठ अभियंता आतुर गौड़ की सर्विस को चार साल हुए हैं। अलवर में उन्होंने खैरथल व राजगढ़ में सर्विस दी है। वर्तमान में एक साल से मालाखेड़ा के विद्युत निगम कार्यालय में कार्यरत है।
कार्यालय में मचा हडक़ंप एसीबी की कार्रवाई के दौरान कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों में हडक़पं मच गया। कर्मचारी एक दूसरे की बगले झांकते नजर आए। निकल सकते हैं पुराने मामले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने बताया कि एसीबी की टीम मामले की जांच पड़ताल कर रही है। जेईएन के खिलाफ पुराने भी कई मामले निकल सकते हैं। उनकी भी जांच पड़ताल की जा रही है।