भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर के डीएसपी सलेह मोहम्मद ने बताया कि परिवादी मैसर्स स्वानी इलेक्ट्रिकल वक्र्स लिमिटेड के मालिक देवी सिंह ने 4 फरवरी को एसीबी में यह शिकायत दी कि रीको औद्योगिक क्षेत्र शाहजहांपुर में 33 केवी, 11 केवी एवं एलटी लाइन को अंडरग्राउंड करने का वर्क ऑर्डर 2.38 करोड़ रुपए का रीको ने 3 जनवरी 2017 को मैसर्स शिवानी स्वानी इलेक्ट्रिकल वक्र्स को दिया था। इस कार्य को उक्त फर्म ने जुलाई 2017 में ही पूरा कर दिया था। इस कार्य के लिए रीको विद्युत विभाग के सहायक अभियंता नीमराना को सुपर विजन करना था। रीको अधिशासी अभियंता ने सहायक अभियंता को 9 अगस्त 2017 को यह कार्य पूरा करने का कंप्लीशन प्रमाण पत्र देने के लिए आदेशित कर रखा था, क्योंकि फर्म का रीको विभाग में 1 करोड़ रुपए का भुगतान बकाया था।
सहायक अभियंता नीमराणा रमेश चंद मीणा ओवरहेड लाइन में शटडाउन एवं अंडर ग्राउंड लाइन में विद्युत आपूर्ति चालू करने की एवज में परिवादी से 1 लाख रुपए की रिश्वत मांग कर रहा था। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन छह फरवरी 2019 किया। शिकायत सही पाए जाने पर गुुरुवार को विभाग की टीम ने देवीसिंह को रुपए देकर विद्युत निगम के कार्यालय भेजा, जहां रुपए देते समय टीम ने सहायक अभियंता रमेश मीणा को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की कार्रवाई के दौरान सहायक अभियंता कार्यालय में कर्मचारियों में हडक़म्प मच गया।