इस शहर की आबादी कम करने की चिंता, गांवों पर ध्यान नहीं
जनाना अस्पताल में ही लग रहे हैं गर्भ निरोधक इंजेक्शन, पीएचसी व सीएचसी पर नहीं सुविधा

बढ़ती हुई जनसंख्या आज भी हम सबके लिए बड़ी चुनौती है। लगातार बढ़ती हुई महंगाई ने आम आदमी को परिवार को सीमित करने पर विवश कर दिया है। इसके चलते शहरों में महिलाएं अब छोटे परिवार की चाहत रखने लगी है। परिवार नियोजन के पारंपरिक साधनों के अलावा कुछ नए साधन भी परिवार को सीमित करने के लिए कारगर साबित हो रहे हैं। इसी में शामिल है। डीएमपीए इंजेक्शन जिसे महिलाएं इन दिनों गर्भनिरोधक साधन के लिए अपनाना चाहती है। लेकिन अलवर में यह इंजेक्शन केवल जनाना अस्पताल में ही उपलब्ध है अन्यत्र कहीं नहीं। एेसे हालात में गांवों में रहने वाली महिलाएं इस साधन से महफूज है। एेसा लगता है कि परिवार कल्याण विभाग केवल शहर की जनसंख्या को ही कम करने तक ही सीमित हैै। गांवों की तरफ कोई ध्यान नहीं है।
जनाना अस्पताल को मिले 300 इंजेक्शन
परिवार नियोजन के लिए पारंपरिक साधनों के अलावा कुछ नई तकनीक भी इस साल लागू की गई है। इसमें डीएमपीए इंजेक्शन भी शामिल है। इस साल अक्टूबर माह में अलवर शहर में संचालित जनाना अस्पताल में चिकित्सा विभाग की ओर से 300 इंजेक्शन दिए गए हैं। इसमें से 80 इंजेक्शन अभी तक महिलाएं लगवा चुकी है।
परिवार विकास योजना भी चालू नहीं
परिवार कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के 14 जिलों में परिवार विकास योजना शुरु की गई है। इसमें भी अलवर को शामिल नहीं किया गया है। अलवर की फर्टिलिटी रेट 2.6 है। इसका मतलब है हमारे यहां एक फेमिली के पास 2.6 बच्चे है। जिसे विभाग के प्रयासों से 2022 तक 2.1 किया जाना है।
एक इंजेक्शन से तीन माह तक सुरक्षा
अभी तक परिवार नियोजन के लिए रोज दवाएं लेने,नसबंदी, कॉपर टी लगवाने आदि साधनों का ही प्रयोग किया जा रहा था। इसमें असुरक्षा की भावना रहती है। लेकिन इस गर्भनिरोधक इंजेक्शन को लगवाने के बाद तीन माह तक महिलाआें को चिंता करने की कोई जरुरत नही होती।
हर साल होती है महिलाओं की मौत
प्रति वर्ष लाखों महिलाएं गर्भधारण, प्रसव तथा असुरक्षित गर्भपात की समस्याओं के कारण मौत का शिकार हो जाती है। इनमें से अधिकतर मौतों को परिवार नियोजन के साधन अपनाकर रोका जा सकता है। इंजेक्शन आदि को अपनाकर महिलाएं बच्चों के जन्म के बीच अंतर रख सकती है । महिलाओं की सेहत पर भी अच्छा असर पडेग़ा।
परिवार नियोजन के लिए अक्टुबर में एक नया इंजेक्शन आया है, लेकिन अभी यह सुविधा अलवर के जनाना अस्पताल में ही उपलब्ध है। यहां इंजेक्शन दिए गए हैं। शहर के अन्य अस्पतालों, पीएचसी व सीएचसी पर यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है।
डॉ. हरिसिंह मीना
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अलवर
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