अलवर

पूजा व ज्योत के घी में भी मिलावट, काली खोली धाम पहुंचे कलक्टर तो सुनाई दी ‘आहट’, पहुंचे खरीदने

बाबा मोहनराम की अखंड ज्योत के लिए बेच रहे नकली घी मेला तैयारियों की ली समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

अलवरAug 11, 2022 / 12:04 pm

Ramkaran Katariya

भिवाड़ी. शिकायत पर एक दुकान से घी खरीदते कलक्टर।

भिवाड़ी. लालच बुरी बला है। यह सब जानते हुए भी इससे बचने के बजाय इसे कमाई का जरिया बनाया जा रहा है। हद तो यहां हो रही है कि ईश्वर से भी नहीं डर रहे, जबकि ईश्वर अंतरयामी व कण-कण में हंै। व्यक्ति आस्तिक हो या नास्तिक, सभी के मन में श्रद्धाभाव जरूर होता है। नास्तिक के लिए निरंकार है तो, आस्तिक के लिए साकार ईश्वर के रूप में मूर्ति पूजा में श्रद्धा रहती है, लेकिन इन्हें अर्पित पूजा-सामग्री को भी शुद्ध नहीं रखा जा रहा। इसमें भी मिलावट की जा रही है। पूजा व ज्योत के लिए बाजारों में मिलावटी घी के भंडार भरे हुए हैं। इस घी को अलग-अलग मात्रा के डिब्बों में पैक कर श्रद्धालुओं को बेचा जा रहा है। इस कार्य में वे स्वयं के साथ श्रद्धालुओं को धोखा दे रहे हैं।

ऐसा ही ताजा मामला औद्योगिक नगरी भवाड़ी स्थित काली खोली धाम पहुंचे अलवर कलक्टर के सामने आया है। जिससे वे भी दंग रहे गए। रक्षाबंधन के अवसर पर बाबा मोहनराम के तीन दिवसीय लक्खी मेला भरता है। इसकी तैयारियों को लेकर बुधवार को कलक्टर जितेंद्र सोनी समीक्षा बैठक लेने आए थे। बैठक में संबंधितों को आवश्यक निर्देश फरमाने के बाद कलक्टर काली खोली धाम पहुंचे तो ज्योत के लिए चढ़ाए जाने वाले नकली घी की उन्हें शिकायत मिली। इसे गंभीरता से लेते हुए एक दुकानदार के पास स्वयं कलक्टर घी खरीदने पहुंच गए। दुकानदार ने घी की डिब्बी की कीमत 10 रुपए बताई। कलक्टर ने इसका वजन पूछा तो दुकानदार ने बताया कि वह तो डिब्बी के हिसाब से ही बेचता है। इसके बाद वजन कराया गया तो उसमें 70 ग्राम हुआ। काली खोली पर 143 रुपए किलो का नकली घी बेचा जा रहा था, जिसे श्रद्धालु अखंड ज्योत के लिए खरीद कर चढ़ा रहे हैं। इसके बाद कलक्टर ने बीसीएमओ को मेला क्षेत्र से घी, खाद्य पदार्थ सहित अन्य वस्तुओं के सौ सैंपल लेने के निर्देश दिए। कलक्टर ने अधिकारियों को मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए जरूरी प्रबंध करने के निर्देश दिए।

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