अलवर शहर में स्मॉग दिल्ली के प्रदूषण का असर अलवर में आए दिन स्मॉग के रूप में दिखता है। जिससे एलर्जी, श्वांस, दमा सहित कई तरह के बीमार लोगों को तकलीफ होती है। लेकिन प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी इसे बार-बार मौसम का बदलाव बताते हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र व राज्य सरकारों को जमकर फटकार लगाई है। वाहनों की प्रदूशण जांच व दिवाली पर पटाखे चलाने को लेकर कई आदेश दिए हैं।
दो दिन से बिगड़ी रही आबोहवा अब पिछले दो दिनों से अलवर के भिवाड़ी व अलवर शहर में भी मौसम की आबोहवा बिगड़ रही है। जिसका असर सुबह शाम अधिक देखा जा रहा है। सोमवार को सुबह नौ बजे के बाद भी रेलवे स्टेशन दूर तक प्रदूषण की चादर अलग ही दिख रही थी। इसी तरह आए दिन शहर में इस तरह प्रदूषण दिख रहा है। फिर भी जिम्मेदार चुप है। शहर में कचरा जलाने, खुले में चिमनियों का धुआं निकल रहा है। उनको रोकने वाले चुप बैठे हैं। जतना की सांसों में जहर घुल रहा है।
82 वाहनों के चालान किए प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय की ओ से बनाई गई टीमों ने वाहनों की जांच की। आरटीओ अनिल कुमार जैन ने बताया कि चार दिन में प्रदूषण प्रमाण पत्र जिनके पास नहीं मिले ऐसे 82 वाहनों के चालान किए गए। बिना ढके निर्माण सामग्री ले जाने वाले 36 वाहनों के चालान बनाए गए। बिना परमिट एवं शर्तों का उल्लंघन कर संचालित 46 यात्री वाहन, क्षमता से अधिक माल का परिवहन करने वाले 176 भार वाहनों एवं अन्य अपराध में 140 वाहनों पर कार्यवाही की गई।
एयर क्वालिटी इंडेक्स 314 के पार भिवाड़ी में सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 314 के पार दर्ज किया गया है। जबकि इस दिन प्रदेश की राजधानी जयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स केवल 114 दर्ज हुआ है। जो भिवाड़ी से करीब-करीब तीन गुना कम है। पीएम10 (पर्टिकुलर मैटर) भी भिवाड़ी का जयपुर से करीब तीन गुना अधिक है। मतलब हवा में धूल व धुआं काफी अधिक है। जिससे आमजन को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
अच्छा: 0-50, संतोषजनक : 51-100, मध्यम : 101-200, खराब : 201-300, बहुत खराब : 301-400, मुश्किल : 401-500 होता है।
अच्छा: 0-50, संतोषजनक : 51-100, मध्यम : 101-200, खराब : 201-300, बहुत खराब : 301-400, मुश्किल : 401-500 होता है।