निकाय चुनाव में हार के बाद हुई समीक्षा के बाद भाजपा में बड़ा निर्णय लिया गया है। अलवर में भाजपा को संगठन की दृष्टि से दो जिलों में बांटा गया है। अलवर जिले में भाजपा का उत्तर व दक्षिण दो हिस्सों में बंटवारा कर दिया गया है। अब जिले में भाजपा के दो जिलाध्यक्ष होंगे। वहीं प्रदेश में भाजपा संगठनात्मक दृष्टि से अब 44 जिले होंगे।
अलवर अब उत्तर और दक्षिण इस बदलाव के बाद अलवर का विभाजन उत्तर और दक्षिण में हो गया है। अलवर उत्तर में पांच और अलवर दक्षिण में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल किए गए हैं। अलवर उत्तर में बानसूर, बहरोड़, मुण्डावर, किशनगढ़बास और तिजारा को रखा गया है। वहीं अलवर दक्षिण में अलवर शहर, अलवर ग्रामीण, रामगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, थानागाजी और कठूमर को रखा गया है।
अलवर जिला बड़ा, अब दो अध्यक्ष संभालेंगे अलवर जिले में 11 विधानसभा क्षेत्र और 54 मण्डल है। जिले में दोनों हिस्सों की राजनीति अलग है, मुद्दे अलग है। ऐसे में पार्टी अब अलवर में दो भाग में कार्य करेगी। प्रत्येक मोर्चे के अब दो जिलाध्यक्ष होंगे। कुछ दिनों बाद जिलाध्यक्ष के चुनाव होने है। ऐसे में अब संगठन में हलचल जल्द ही शुरु होगी।
पुलिस के भी दो जिले अलवर जिले की पुलिस का भी हाल ही में दो हिस्सों में विभाजन किया गया। जिले में अलवर पुलिस और भिवाड़ी पुलिस दोनों अलग-अलग कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने थानागाजी गैंगरेप मामले के जिले को अपराध की दृष्टि से क्रिटिकल बताया था और पुलिस का दो हिस्सों में विभाजन करने की घोषणा की थी।