बच्चों ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो हमसे हमारे मुद्दे पूछे ही नहीं जाते, कोई नहीं पूछता कि बच्चों की समस्याएं क्या है? बच्चों ने कहा कि चुना गया सांसद पांच साल के कार्यकाल में कम से कम एक बार बच्चों से रु-ब-रू तो हो ताकि वे अपनी समस्याएं उन्हें बता सके।
बी. एल.पब्लिक स्कूल में कई स्कूलों के विद्यार्थियों ने बेबाक बात रखी। 7वीं कक्षा के गौरव सैनी का कहना है कि अलवर शहर में जगह-जगह गंदगी है जिससे हमें यहां रहने में शर्म आती है। कोई भी सांसद बने लेकिन इस समस्या का समाधान जरूर करे। अलवर की गलियों में सफाई ही नहीं होती है। अभिषेक खींची ने कहा कि पढ़ाई का बोझ अधिक डाला जाता है। मम्मी-पापा को समझना चाहिए कि वे अपनी महत्वाकांक्षा हमारे ऊपर नहीं लादें। उसने कहा कि कला के विकास के लिए अच्छा रंगमंच तक नहीं है। अलवर में आर्ट एंड क्राफ्ट स्कूल खोले जाए। 8वीं कक्षा की छात्रा तनीषा मीणा ने कहा कि उसके पापा पुलिस में है। सभी के पापा तो शाम होते ही घर आ जाते हैं। उसके पापा की ड्यूटी इतनी लंबी है कि वे देर रात तक घर आते हैं। जो भी एमपी बने, वह पुलिस की ड्यूटी का समय निर्धारित कराए।
विद्यार्थी जिवेश मीणा ने कहा कि अलवर शहर में कुछ ही पार्क सही है। अधिकतर की स्थिति बहुत खराब है। पार्कों को ठीक कराना चाहिए। कम्पनी बाग में बच्चों के लिए और झूले लगाए जाने चाहिए। गौरव सैनी ने कहा कि अलवर में पानी की समस्या इतनी गहरा चुकी है कि रात भर लोग जागते हैं।
विद्यार्थी मिशांक सैनी ने कहा कि अलवर में खेल सुविधाएं का और विकास हो जिससे खेल प्रतिभाएं सामने आ सके। भारती चौहान ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा के पूरे प्रबंध किए जाए। रितिका शर्मा ने सवाल किया कि अलवर में मेट्रो ट्रेन लाने की बात थी लेकिन वो कब आएगी? प्रियांशी सैनी ने कहा कि बेटियों को पढ़ाई के साथ छात्रावास भी नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएं जिससे गांवों से आने वाली छात्राएं आसानी से पढ़ सके। छात्रा वर्षा नरूका ने कहा कि अलवर जिले में सैनिक स्कूल खुलना चाहिए। तनीशा सैनी ने कहा कि अलवर में फुटपाथों से अतिक्रमण हटाया जाए।