सभी अधिकारियों से कहा कि जो लोग बाहर से जिले में आ रहे हैं उनकी तीन स्तरीय जांच कराएं। तथा सभी को होम क्वारेंटाइन/आइसोलेशन में मापदण्डानुसार रखा जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि बाहर से आने वालों की मेडिकल, पुलिस, प्रशासन की ओर से अलग-अलग जांच की जा रही है। जांच मुख्य स्तर से कौन कहां से आया, कहां रूकना चाह रहे हैं व मेडिकल जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले लोग प्रशासन के साथ-साथ खुद भी जागरूक रहे। होम क्वारेंटाइन में रहे एवं जरूरत पड़े तो उन्हें आइसोलेशन में रखा जाए। उन्होंने विकास अधिकारियों से कहा कि ग्राम स्तर पर भी सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव किया जाए।
कालाबाजारी पर रोक लगाएं
जिला कलक्टर ने अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर को निर्देशित किया कि बाहर से आने वाले लोगों की सूची बनवाए कि कौन लोग कहां-कहां से आए हैं। जिला रसद अधिकारी को सूचना अपडेट रखने के साथ भोजन व किट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि किट व भोजन वितरण व्यवस्था लम्बे समय तक चलेगी इसलिए इसे सुव्यवस्थित जारी रखा जाए।
सीएमएचओ और पीएमओ को दिए निर्देश जिला कलक्टर ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि निजी चिकित्सालयों में चिकित्सकीय संसाधन व मानवीय उपयोग के लिए ही चिकित्सा व्यवस्था को तैयार रखें। जरूरत पडऩे पर निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकीय संसाधन व उनके स्टाफ को उपयोग में लिया जा सकता है।
आइसोलेशन के लिए चार वार्ड पूरी तरह से तैयार रखें। मास्क, सेेनेटाइज व अन्य मेडिकल व्यवस्थाएं दुरूस्त रखें।सूचनाओं का समय पर आदान-प्रदान करें। आपदा प्रबंधन व राहत कमेटी के जितेन्द्र सिंह नरूका को निर्देशित किया कि वह रेडक्रॉस सोसायटी, सामाजिक संस्थाओं व व्यक्तियों से मास्क बनाने व उनके वितरण का कार्य करवाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम रामचरण शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत, भूप्रबंधक अधिकारी कमलराम मीना, सीईओ जिला परिषद विनय नगायच, राजस्व अपील अधिकारी हरिराम मीना, यूआईटी सचिव जितेन्द्र सिंह नरूका, नगर परिषद आयुक्त फतेहसिंह मीना सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।