दूरभाष या वाट्सअप से लेते हैं जानकारी एडीपीसी के नेतृत्व में टीम शिकायत का परीक्षण कर तात्कालिक होने पर सम्बिन्धत अधिकारी या कर्मचारी से दूरभाष पर सम्पर्क कर शिकायत को वाट्सअप से भेज उसके स्टे्टस की जानकारी करते हैं। बाद में यह जानकारी जिला कलक्टर को प्रेषित की जाती है।
जिला कलक्टर के पास हैं भेजते जिला कलक्टर स्तर की शिकायत होने पर ही शिकायतकर्ता को जिला कलक्टर के पास भेजा जाता है। शिकायतकर्ता के जिला कलक्टर को अपनी समस्या बताने के बाद उनके निर्देशानुसार कार्रवाई की जाती है।
संतुष्ट नहीं होने पर मिलते हैं कलक्टर से एडीपीसी की टीम को शिकायत दर्ज कराने के बाद भी कई लोग संतुष्ट नहीं होते, उन्हें जिला कलक्टर के पास भेजा जाता है। वहीं बिजली, पानी, सडक, रास्ते आदि की शिकायत लेकर आने वाले लोग टीम को शिकायत दर्ज कराने के बाद ही लौट जाते हैं।
हर दिन 10 से 15 फरियादी दर्ज कराते हैं शिकायत कलक्ट्रेट में एडीपीसी टीम को हर कार्यदिवस में 10 से 15 फरियादी अपनी शिकायतें दर्ज कराते हैं। यह टीम कार्यालय समय में जिला कलक्टर कार्यालय के समीप पुराने सभागर में बैठकर शिकायतें सुनती है।