मौत व जन्म पर खूब आना-जाना
भले ही सरकार ने गाइडलाइन तय कर रखी है कि किसी की मौत पर अधिक लोग एकत्रित नहीं होंगे। न किसी के जन्मदिन पर कोई कार्यक्रम होगा। बाजारों में भीड़ में नहीं जाएं। आए दिन कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं। फिर भी गांवों में किसी मौत व जन्म पर पहले की तरह सामाजिक कार्यक्रम होते हैं। बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। पिकअप में 20 से 30 लोग आते-जाते हैं। मंदिरों में भी खूब भक्त लोग जुटते हैं।
बस स्टैण्ड पर ताश व हुक्के चल रहे गांवों में बस स्टैण्ड हो या चौपाल। पहले की तरह खूब ताश खेली जाती है। कई लोग एक साथ बैठकर हुक्का पीते हैं। आमजन के बीच में कोरोना की चर्चा भी खूब है, लेकिन गंभीरता बिलकुल नहीं हैं। जिसके कारण संक्रमण का डर है। वैसे भी पिछले करीब 15 दिनों से बहरेाड़, किशनगढ़बास, तिजारा, रामगढ़, शाहजहांपुर सहित अनेक जगहों पर कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है।