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कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज, फेफड़ों तक नहीं पहुंचने से राहत भी

locationअलवरPublished: Jan 18, 2022 12:36:04 am

Submitted by:

Prem Pathak

जिले में कोरोना संक्रमण तेज रफ्तार से पांव पसार रहा है, लेकिन सुखद पहलू यह भी है कि तीसरी लहर में अलवर जिले में कोरोना संक्रमण का नुकसान पिछली दो लहरों की तुलना में काफी कम हुआ है। इसका बड़ा कारण संक्रमण का मरीज के फेफड़ों तक नहीं पहुंचना।

कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज, फेफड़ों तक नहीं पहुंचने से राहत भी

कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज, फेफड़ों तक नहीं पहुंचने से राहत भी

अलवर. जिले में कोरोना संक्रमण तेज रफ्तार से पांव पसार रहा है, लेकिन सुखद पहलू यह भी है कि तीसरी लहर में अलवर जिले में कोरोना संक्रमण का नुकसान पिछली दो लहरों की तुलना में काफी कम हुआ है। इसका बड़ा कारण संक्रमण का मरीज के फेफड़ों तक नहीं पहुंचना। वैसे तीसरी लहर में जिले में 6 हजार से ज्यादा लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन संक्रमण से मौत का आंकड़ा तीन ही रहा है।
अलवर जिले में इन दिनों कोरोना संक्रमण तेज रफ्तार से बढ़ रहा है, जिसके चलते हर दिन करीब एक हजार नए संक्रमित जांच में आ रहे हैं। हालांकि जनवरी माह के शुरुआत में जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार हर दिन दोगुना से पार पहुंच गई, लेकिन पिछले चार दिनों से संक्रमण स्थिर बना हुआ है, यानि गत चार दिनों से नए संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार के इर्द गिर्द ही घूमता रहा है।
दूसरी लहर में संक्रमण का फेफड़ों पर रहा असर ज्यादा
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण का मरीज के फेफड़ों पर असर ज्यादा रहा, इस कारण कोरोना की पहली लहर में 76 तथा दूसरी लहर में मौत का आंकड़ा 305 तक पहुंच गया, जबकि इन दिनों चल रही तीसरी लहर में यह आंकड़ा तीन पर पहुंचा है। इसका सीधा कारण कोरोना वैरिएंट का मानव स्वास्थ्य पर अलग- अलग असर होना रहा। दूसरी लहर में कोरोना का संक्रमण सीधे फेफड़ों पर प्रभाव डाल रहा था। इस कारण मौत का आंकड़ा का भी तेजी से बढ़ा। फेफड़ों के संक्रमण के कारण ही अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी ज्यादा रही और ऑक्सीजन की मारामारी भी अधिक रही। कोरोना की दूसरी लहर में जिले में 5 हजार एक्टिव मामले होने तक अलवर जिले के अस्पतालों में 500 संक्रमित भर्ती हो चुके थे तथा ऑक्सीजन की मारामारी शुरू हो चुकी थी, लेकिन इस बार तीसरी लहर में जिले में एक्टिव केस की संख्या 6 हजार को पार कर चुकी है, लेकिन सुकून की बात यह कि अस्पतालों में मात्र 16 ही संक्रमित भर्ती हैं। इनमें भी ऑक्सीजन सपोर्ट पर छह व वेंटीलेटर पर एक मरीज है। शेष आइसोलेशन बेड पर हैं।
कोरोना वैक्सीन से बड़ी राहत

तीसरी लहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के बावजूद मानव स्वास्थ्य पर नुकसान कम है। इसका बड़ा कारण वैक्सीेनेशन भी है। जिले में अभी तक पात्र लोगों में से 97 प्रतिशत को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज व 76 फीसदी को दूसरी डोज लग चुकी है।
फिलहाल संक्रमण का नुकसान कम
जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के बावजूद लोगों के स्वास्थ्य पर फिलहाल नुकसान कम है। मौत का आंकड़ा भी कम है। इसका बड़ा कारण संक्रमण का फेफड़ों तक नहीं पहुंचना है। वैसे संक्रमितों के इलाज के इंतजाम पूरे हैं।
डॉ. ओपी मीणा
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अलवर

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