व्यापारियों के अनुसार इस बार जिले से 80 हजार गांठ कपास का निर्यात हुआ है। कपास का रकबा बढऩे से बाजरे के क्षेत्रफल पर असर पड़ रही है। कपास की मांग बढऩे से अलवर शहर सहित खैरथल, बहरोड़ सहित अन्य क्षेत्रों में कपास की संख्या बढ़ रही है। कपास के उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ जिले में कपास की रूई व बीज अलग करने वाली फैक्ट्रियों की संख्या बढ़ रही है। पांच साल पहले तक अलवर शहर की मंडी में कपास की फसल की आवक तक नहीं होती थी, अब शहर की मंडी में भी कपास बहुतायात मात्रा में आने लगा है। इस बार भी बड़ी मात्रा में कपास अलवर मंडी में आया है। अलवर की कपास का निर्यात एक्सपोर्टर्स के माध्यम से चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाइलैंड, व बर्मा में भी किया जा रहा है।