नव नियुक्त जिला कलक्टर राजपुरोहित ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि अलवर जिले के लिए प्राथमिकता का चयन तो कार्यभार संभालने के बाद ही तय करेंगे, लेकिन जिले में कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखना पहली जरूरत रहेगी। इसके अलावा जिले की समस्याओं पर चर्चा कर उनका निराकरण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अलवर जिले की परिस्थिति में पहले और अब में काफी परिवर्तन आया है।
अलवर की विशेषता इंद्रधनुषी संस्कृति- राजन विशाल जिले के कलक्टर रहे राजन विशाल का कहना है कि अलवर जिले की विशेषता इंद्रधनुषी संस्कृति है, यहां सामाजिक, सामुदायिक व धार्मिक सहित विविध सांस्कृतिक रंग हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को भी जिले की इस इंद्रधनुषी विशेषता से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। अलवर जिला कलक्टर पर अपने एक साल के अनुभव को पत्रिका से साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के नागरिकों की जीवटता भी अलवर जिले को अन्य क्षेत्रों से श्रेष्ठता प्रदान करती है।
अलवर के कई पुलिस निरीक्षक बदले अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस हेमन्त प्रियदर्शी ने आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तीन साल से अधिक समय एक जिले में पूरा करने वाले पुलिस निरीक्षकों के तबादले किए हैं। उन्होंने अलवर के भी आठ पुलिस निरीक्षकों को इधर-उधर किया है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ने पुलिस निरीक्षक एवं सदर थाना प्रभारी अजय यादव को अलवर से दौसा, रमेश सिनसिनवार को अलवर से जयपुर ग्रामीण, अरावली विहार थाना प्रभारी शीशराम को अलवर से झुझुनूं, बृजेश कुमार को अलवर से जयपुर ग्रामीण लगाया है। इसी प्रकार एनईबी थाना प्रभारी देवेन्द्र प्रताप को अलवर से झुझुनूं, लक्ष्मीकांत को अलवर से दौसा, संदीप कुमार को अलवर से झुझुनूं व हेमराज सिंह को अलवर से सीकर लगाया है। वहीं, भरतलाल, विरेन्द्र सिंह व रविन्द्र प्रताप को जयपुर ग्रामीण से अलवर लगाया गया है। इसी प्रकार महेश कुमार को सीकर से अलवर, प्रेम बहादुर को भरतपुर रेंज से अलवर व सुरेश कुमार बलाई को आयुक्तालय जयपुर से अलवर लगाया गया है। इन सभी के तबादले प्रशासनिक व स्वयं की प्रार्थना पर किए गए हैं।