निरीक्षण के दौरान कलक्टर ने जब जेल के सायरन की जानकारी ली तो पता चला कि सायरन तो बजता ही नहीं है। इस पर कलक्टर चौंक गए और जेल अधीक्षक को सायरन को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जेल के खराब सीसीटीवी कैमरों पर भी नाराजगी जताते हुए कैमरों को दुरुस्त व जनरेटर को ठीक कराने की कहा। जिला कलक्टर ने जेल के वार्डों का निरीक्षण कर बंदियों को मिलने वाले खाने, चिकित्सा सुविधा, बिस्तर आदि की जानकारी ली। उन्होंने मुलाकात कक्ष, कैंटीन व शौचालय का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने जेल अधीक्षक को आजीवन सजायाफ्ता बंदियों के अध्ययनरत बच्चों को पालनहार योजना से लाभान्वित कराने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से समन्वय कर कारागार में शिविर लगाने के निर्देश दिए। बंद है कई खूंखार कैदी
अलवर केन्द्रीय कारागाह में कई खूंखार कैदी व हिस्ट्रीशीटर बंद है। इसके साथ ही दुष्कर्म का आरोपी फलाहारी बाबा भी इसी जेल में बंद है। अलवर के शिवाजी पार्क में अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति व मासूम बच्चों की हत्या करने वाली संतोष व उसके साथी भी इसी जेल में ही कैद है।
मिली कई खामियां
अलवर केंन्द्रीय कारागाह में निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर को कई खामियां मिली। जेल परीसर का में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब मिले, इस पर जिला कलक्टर ने नाराजगी जताते हुए इन्हें जल्दी से दुरूस्त कराने के निर्देश दिए।
चूक पड़ सकती है भारी
केन्द्रीय कारागाह में सीसीटीवी कैमरों के खराब होने की चूक कभी भी भारी पड़ सकती है। इससे पहले अलवर बाल सुधार गृह से भी कैदी भाग चुके है, वहीं अगर अलवर जेल से कोई कैदी भाग जाता है तो उसके फुटेज नहीं मिल पाएंगे, ऐसी कोई घटना न हो इसके लिए जेल प्रशासन को जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगवा लेने चाहिए।