एसीबी सूत्रों के अनुसार 22 अप्रेल को एसीबी ने परिवादी को शिकायत के सत्यापन के लिए रेकॉर्डर देकर आइएएस नन्नूमल पहाडि़या से बातचीत के लिए जिला कलक्टर निवास पर भेजा था। पहाड़िया का दुसाहस इतना था कि नए कलक्टर से भी सेटिंग कराने के दावे कर डाले। इस दौरान पहाडि़या ने परिवादी से चार माह की बंधी के रूप में 16 लाख रुपए की डिमांड की। साथ ही बातचीत में परिवादी को यह भी कहा कि उन्होंने उसके लिए नए कलक्टर साहब को बोल दिया है। आइएएस पहाडि़या की ओर से परिवादी को कही गई यह बात एसीबी के रेकॉर्डर में भी रेकॉर्ड हुई है। जिसे एसीबी ने इस घूसकांड की ट्रांसक्रीप्ट में भी रेकॉर्ड पर लिया है और इस बारे में भी विशेष रूप से जांच शुरू कर दी है।
मुलाकातें होती रही नए कलक्टर के आने के बाद उनकी पहाड़िया से मुलाकातें होती रही हैं। यहां तक की जय कृष्ण क्लब और एक होटल में दोनों पार्टी में साथ नज़र आए थे। पार्टियां पहाड़िया के सम्मान में आयोजित की गई थी। इस क्लब में आम आदमी का प्रवेश वर्जित है।
पूर्ण झूठ यदि उस व्यक्ति ने ऐसी बात कही है तो वह पूर्ण रूप से झूठ है। मेरा इस घटना से कोई सम्बन्ध नही है।
नकाते शिवप्रसाद, कलक्टर अलवर सभी तथ्यों गहनता से पड़ताल कर रहे
नकाते शिवप्रसाद, कलक्टर अलवर सभी तथ्यों गहनता से पड़ताल कर रहे
आइएएस नन्नूमल पहाडि़या और आरएएस अशोक सांखला के रिश्वत प्रकरण में एसीबी अनुसंधान में लगी हुई है। जो भी तथ्य सामने आ रहे हैं उनमें गहनता से पड़ताल की जा रही है।
- विजय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी, अलवर।
- विजय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी, अलवर।