डॉ. किरोड़ीलाल मीणा अलवर जिला परिषद के बाहर धरने पर बैठे। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि सरकार बदनामी के डर से मामले को दबाने में लगी है। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कह रही है कि यह दुष्कर्म की घटना नहीं है। किरोड़ीलाल मीणा ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि पुलिस जांच करने में असमर्थ है। ऐसे में मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। मीणा ने पीडि़त के परिजनों से भी मुलाकात की। किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि पुलिस अधीक्षक ने दुष्कर्म की बात कही थी। अब सरकार इस पूरे मामले को दबाने में लगी है व इसको नया रूप दिया जा रहा है। मीणा के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए।
प्रियंका गांधी पर भी लगाया आरोप किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वे गुरुवार को सवाई माधोपुर में इस प्रकरण को लेकर प्रियंका गांधी को ज्ञापन सौंपने गए थे। लेकिन उन्होंने ज्ञापन लेने से मना कर दिया। मीणा ने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में कहती है कि लडक़ी हूं, लड़ सकती हूं। लेकिन वे राजस्थान में जन्मदिन मनाने आई लेकिन पीडि़ता के हाल जानने नहीं पहुंची। इस नारे का कोई औचित्य नहीं रह गया। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर पलटवार करते हुए कहा कि वे अतिथि देवो भव: की सीख दे रहे हैं। कांग्रेस ने पंजाब में यह परंपरा क्यों नहीं अपनाई। जब प्रधानमंत्री को वापस लौटना पड़ा।
दिल्ली निर्भया कांड से भी बड़ी घटना उन्होंने कहा कि यह घटना दिल्ली के निर्भया कांड से गंभीर अपराध है। क्योंकि इस घटना में एक मानसिक विकलांग बालिका के साथ गलत हुआ है। जो बोलने में भी असमर्थ है। वो अपना दर्द बयां नहीं कर पा रही है। दर्द और तकलीफ से वह तड़पती रही। अगर समय रहते पुलिस कोई कदम उठाती तो यह घटना भी रुक सकती थी। इस प्रकरण में पीडि़ता को न्याय और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिलाओं ने जि ला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।