पीड़िता ने जयपुर शहर में मांगी पोस्टिंग
जानकारी के अनुसार, सरकार की ओर से पीड़िता को दो तरह के विकल्प दिए गए। पहला राजस्थान पुलिस और दूसरा दूसरा जेल पुलिस में कांस्टेबल पद पर नियुक्ति। इसके बाद पीड़िता ने राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी के लिए सहमति दी। पीड़िता ने जयपुर शहर में पोस्टिंग मांगी है। पीड़िता और उसके परिवार से सलाह लेने के लिए राजस्थान सरकार की महिला कांस्टेबल की एक टीम उसके घर गई थी।
जानकारी के अनुसार, सरकार की ओर से पीड़िता को दो तरह के विकल्प दिए गए। पहला राजस्थान पुलिस और दूसरा दूसरा जेल पुलिस में कांस्टेबल पद पर नियुक्ति। इसके बाद पीड़िता ने राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी के लिए सहमति दी। पीड़िता ने जयपुर शहर में पोस्टिंग मांगी है। पीड़िता और उसके परिवार से सलाह लेने के लिए राजस्थान सरकार की महिला कांस्टेबल की एक टीम उसके घर गई थी।
पीड़िता को नियुक्ति देकर ट्रेनिंग दी जाएगी
कैबिनेट से मंजूरी के बाद कार्मिक विभाग नियमों में शिथिलता के आदेश जारी करेगा और पुलिस मुख्यालय को नियुक्ति देने के निर्देश जारी करेगा। पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी होने के बाद पीड़िता को नियुक्ति देकर ट्रेनिंग दी जाएगी। इधर थानागाजी गैंगरेप मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर शनिवार को एससी/एसटी कोर्ट में 500 पेज का चालान पेश कर दिया। प्रकरण में पुलिस ने कुल 5 गवाह बनाए हैं। कोर्ट ने चालान में स्क्रूटनी के लिए 21 मई की तारीख पेशी तय की है।
कैबिनेट से मंजूरी के बाद कार्मिक विभाग नियमों में शिथिलता के आदेश जारी करेगा और पुलिस मुख्यालय को नियुक्ति देने के निर्देश जारी करेगा। पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी होने के बाद पीड़िता को नियुक्ति देकर ट्रेनिंग दी जाएगी। इधर थानागाजी गैंगरेप मामले में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर शनिवार को एससी/एसटी कोर्ट में 500 पेज का चालान पेश कर दिया। प्रकरण में पुलिस ने कुल 5 गवाह बनाए हैं। कोर्ट ने चालान में स्क्रूटनी के लिए 21 मई की तारीख पेशी तय की है।
16 दिन चार्जशीट पेश
शनिवार दोपहर जिला पुलिस अधीक्षक देशमुख परिस अनिल, एएसपी (ग्रामीण) चिरंजीलाल और जांच अधिकारी डीएसपी (ग्रामीण) जगमोहन शर्मा ने एससी/एसटी न्यायालय में मजिस्ट्रेट बृजेश शर्मा के समक्ष थानागाजी गैंगरेप मामले में चालान पेश किया। प्रकरण में केस ऑफिसर स्कीम के तहत नियमित रूप से सुनवाई होगी। प्रकरण में जल्द ही न्यायालय का फैसला आने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने प्रकरण में एफआइआर दर्ज होने के 16 दिन में अनुसंधान पूरा कर लिया।
शनिवार दोपहर जिला पुलिस अधीक्षक देशमुख परिस अनिल, एएसपी (ग्रामीण) चिरंजीलाल और जांच अधिकारी डीएसपी (ग्रामीण) जगमोहन शर्मा ने एससी/एसटी न्यायालय में मजिस्ट्रेट बृजेश शर्मा के समक्ष थानागाजी गैंगरेप मामले में चालान पेश किया। प्रकरण में केस ऑफिसर स्कीम के तहत नियमित रूप से सुनवाई होगी। प्रकरण में जल्द ही न्यायालय का फैसला आने की उम्मीद है। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने प्रकरण में एफआइआर दर्ज होने के 16 दिन में अनुसंधान पूरा कर लिया।