सूचना बोर्ड पर नहीं की कोई सूचना
अस्पताल में चिकित्सक के आने की जाने की छुट्टी एव ड्यूटी की कोई भी सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा नहीं थी जबकि अस्पताल में नोटिस बोर्ड लगा हुआ था । ऐसे में मरीज इधर-उधर चिकित्सक के बारे में पूछते नजर आए। नोटिस बोर्ड लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ था।
अस्पताल में चिकित्सक के आने की जाने की छुट्टी एव ड्यूटी की कोई भी सूचना नोटिस बोर्ड पर चस्पा नहीं थी जबकि अस्पताल में नोटिस बोर्ड लगा हुआ था । ऐसे में मरीज इधर-उधर चिकित्सक के बारे में पूछते नजर आए। नोटिस बोर्ड लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ था।
नहीं हैं महिला चिकित्सक
उपखंड स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ केंद्र जहां महिला चिकित्सक का आज भी अभाव है, जबकि क्षेत्र में पिछले आठ वर्षों से महिला विधायक हैं लेकिन महिला चिकित्सक को लगाने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए। ऐसे में पुरुष चिकित्सक से ही महिलाएं प्रसव करवा रही हैं। ऐसे में शर्म के लिहाज से महिलाएं कई बार सरकारी अस्पताल में नहीं आकर निजी अस्पतालों में महंगी डिलीवरी करवा कर रही है, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है। महिला चिकित्सक के अभाव में पिछले दो वर्षों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी की संख्या में कमी आई है। लोगों का कहना था कि महिला चिकित्सक नहीं होने से महिला मरीजों परेशानी होती है।