जिम्मेदारी परिषद व आबकारी की रोड पर अवैध कब्जे हटाने की जिम्मेदारी नगर परिषद की है। रात्रि आठ बजे बाद कहीं भी शराब नहीं बेची जा सकती। फिर भी खुले आम बिकती है और रोड पर पीते हैं। आबकारी विभाग को सब पता है। फिर भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यातायात पुलिस आसपास होते हुए भी कभी रोड पर खड़े वाहनों को हटाने की जहमत नहीं उठाती। नतीजन जनता खुद धक्के खाती है। रोड पर जाम लगता है तो अपने आप ही वाहनों की रेलमपेल होती रहती है। ऑटो रिक्शा पूरी रोड पर अटे रहते हैं। रेलवे जंक्शन के बाहर रोड पर इतना सब कुछ होने के बावजूद जिला प्रशासन ठोस कार्रवाई से बचता फिर रहा है। जनता धक्के खाती है।
शराब पर दिखावे की सख्ती शराब पीकर वाहन चलाने वालों को रोकने की पुलिस कार्रवाई दिखावे की होती है। स्टेशन के बाहर अण्डे व मांस मछली खाकर निकलने वाले अधिकतर शराब पिए होते हैं। फिर भी आसपास वाहन चालकों की जांच नहीं
होती है।