भाजपा और कांग्रेस ने पुरानी टीम पर क्यूं लगाया दांव
अलवरPublished: Oct 22, 2023 12:03:03 am
भाजपा व कांग्रेस की ओर से जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में पुरानी टीम पर ही भरोसा करना पड़ा। कांग्रेस के मंत्री टीकाराम जूली और भाजपा के संजय शर्मा, मंजीत चौधरी और हेमसिंह भड़ाना अब फिर चुनावी पिच पर 'बैटिंग' करते दिखाई देंगे। कांग्रेस ने मुण्डावर से ललित यादव को मैदान में उतारा, वे भी कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं। अलवर जिले में अब तक भाजपा ने 6 व कांग्रेस ने 2 प्रत्याशी उतारे है। अभी जिले की दो सीटों पर चुनावी तस्वीर साफ हुई है


,भाजपा और कांग्रेस ने पुरानी टीम पर क्यूं लगाया दांव
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस ने शनिवार को प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। भाजपा ने जहां दूसरी सूची जारी की। वहीं कांग्रेस ने पहली। दोनों ही पार्टियों की जारी सूची में आए नामों से साफ है कि पार्टियों ने सिटिंग विधायकों पर भरोसा जताया है। भाजपा ने जहां अलवर शहर से विधायक संजय शर्मा, मुंडावर से विधायक मंजीत धर्मपाल चौधरी व थानागाजी से पूर्व मंत्री हेम सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली को अलवर ग्रामीण व मुंडावर सीट से ललित यादव पर दांव लगाया है। ये अधिकांश प्रत्याशी अपनी पार्टी की पुरानी टीम का ही हिस्सा रहे हैं जो इस बार बैटिंग करते नजर आएंगे। राजनीतिक पंडित कहते हैं कि भाजपा की दूसरी सूची के आधार पर यही गणित लगाया जा सकता है कि पार्टी अपनी पुरानी भूल को सुधार रही है। यही कारण है कि पुराने चेहरों को इस बार तरजीह दी गई है। कांग्रेस की पहली सूची में कई दिग्गजों के नाम नहीं मिलने पर पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा दावेदार भी अंचभित हैं। उनकी नींद उड़ी हुई है।
पार्टियों ने की जातीय संतुलन साधने की पूरी कोशिश
दोनों प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस ने जारी सूचियों में जातीय संतुलन साधने का प्रयास किया है। भाजपा प्रत्याशियों की दो सूचियां एवं कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद अलवर जिले में चुनावी बिसात जमने लगी है।