नगर पालिका चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया गुरु़वार को पूरी हो जाएगी। प्रत्याशियों के नामांकन की जांच के बाद अब नाम वापसी का कार्य बचा है। इस कारण कांग्रेस व भाजपा के स्थानीय व प्रमुख नेता व पदाधिकारी बागियों से समझाइश करने में जुटे हैं। बागियों को पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में बिठाने के लिए बुधवार की रात महत्वपूर्ण है।
बागियों से चुनावी समीकरण बिगडऩे का डर
कांग्रेस व भाजपा के प्रमुख चुनाव रणनीतिकारों को बागियों से पार्टी के चुनावी समीकरण बिगडऩे की चिंता है। इसलिए दोनों ही पार्टी के पदाधिकारी व स्थानीय नेता ज्यादा से ज्यादा बागियों को किसी भी तरह बिठाने में जुटे हैं। प्रमुख दलों के चुनाव रणनीतिकार बागी उम्मीदवारों को पार्टी में उचित सम्मान, पद देने की बात भी कह रहे हैं। वहीं बागी प्रत्याशी इन नेताओं के समक्ष कई प्रकार की शर्तें रख रहे हैं।
बागी नहीं माने तो आज बड़े नेताओं का लेंगे सहयोग कांग्रेस व भाजपा नेताओं की रणनीति है कि समझाइश के बाद भी यदि पार्टी के बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचते हैं तो गुरुवार को अंतिम दिन अपनी-अपनी पाटियों के प्रदेश स्तरीय नेताओं का सहयोग भी इस कार्य में लिया जाएगा। हालांकि कांग्रेस की ओर से इस कार्य में राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र सिंह का सहयोग पहले से ही लिया जा रहा है।
ज्यादा समस्या नहीं नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस को बागियों से ज्यादा समस्या नहीं है। कहीं थोड़ी बहुत है भी तो समझाइश कर उन्हें पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में बिठा दिया जाएगा।
योगेश मिश्रा
कार्यकारी जिलाध्यक्ष, कांग्रेस समझाइश की जा रही है
पार्टी के खिलाफ नामांकन करने वाले पदाधिकारियों व अन्य कार्यकर्ताओं को समझाइश की गई है कि वे अपने फार्म वापस ले लें। जिनको टिकट दी गई है उनके परिजन अन्य जगह फार्म लगा रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बलवान सिंह यादव
जिला अध्यक्ष भाजपा अलवर उत्तर अभी स्थानीय नेता कर रहे प्रयास पालिका चुनाव में बागियों को बिठाने के लिए पार्टी के स्थानीय नेता प्रयास कर रहे हैं। यदि आवश्यकता हुई तो वे भी उनसे बात करेंगे। जरूरत होने पर प्रदेश नेताओं से भी बात कराई जाएगी।
संजय नरूका
जिलाध्यक्ष, भाजपा दक्षिण