हर घंटे में बढ़ता गया मतदान प्रतिशत पंचायत समिति मतदाता मतदान सुबह 10 बजे दोपहर 12 बजे दोपहर 3 बजे कुल मतदान
बानसूर 159527 99000 8.96 21.51 44.67 62.06 किशनगढ़बास 114862 80384 10.76 30.76 54.74 69.98
मालाखेड़ा 116224 77810 12.79 27.56 51.20 66.95
रामगढ़ 132934 81684 12.70 26.30 47.72 61.45
उमरैण 111270 74098 13.44 29.35 50.84 66.59 कुल मतदान 634817 412976 11.56 26.67 49.41 65.05 इन प्रत्याशियों का भाग्य हुआ इवीएम में बंद पंचायत समिति जिला परिषद वार्ड पंचायत समिति वार्ड कुल प्रत्याशी निर्विरोध
उमरैण 19, 37, 40, 41 आंशिक 27 98 01
किशनगढ़बास 41 आंशिक, 42, 43 27 86 00 रामगढ़ 37 व 40 आंशिक, 38, 39 31 79 03 मालाखेड़ा 19 व 37 आंशिक, 21, 22 25 106 01 बानसूर 11, 12, 13, 14 23 121 00
जिला परिषद वार्ड 20 से पहले निर्विरोध निर्वाचन जिला परिषद के वार्ड संख्या 20 से कांग्रेस प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। इस कारण तीसरे चरण में जिला परिषद के 14 वार्डों में मतदान कराया गया।
पहले चरण के मतदान में जिले में इनकी प्रतिष्ठा दांव पर अंतिम चरण के मतदान के परिणाम को लेकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ ही प्रमुख पार्टियों के नेताओं, श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली, कांगेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा, विधायक शकुंतला रावत, दीपचंद खैरिया, सफिया खान तथा भाजपा के सांसद महंत बालक नाथ योगी, भाजपा जिलाध्यक्ष जिला उत्तर बलवान सिंह यादव, जिला दक्षिण जिलाध्यक्ष संजय नरूका, प्रदेश मंत्री महेन्द्र यादव, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, रामहेत यादव व सुखवंत सिंह सहित अन्य प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
उमरैण पंचायत समिति के 8 बूथों पर नहीं डले वोट
अंतिम चरण में पंचायत समिति उमरैण के 8 बूथों पर न तो जिला परिषद सदस्य और न ही पंचायत समिति के लिए वोट डाले गए। यहां जिला परिषद के वार्ड संख्या 20 से कांग्रेस प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचन होने तथा पंचायत समिति उमरैण के वार्ड संख्या 14 में भी निर्विरोध निर्वाचन होने के कारण एवं वार्ड संख्या 15 में सभी प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त होने के कारण वोट नहीं डाले गए। इस कारण मतदान केन्द्र 104, 119, 120, 121, 122, 123, 124 एवं 125 में किसी पद के लिए वोट नहीं डाले गए।
राजनीतिक दल जोड़ तोड़ में जुटे पंचायती राज चुनाव के तीनों चरण का मतदान पूरा होने के बाद प्रमुख राजनीतिक पार्टियां चुनाव में जीत हार का गणित बिठाने में जुट गए हैं। वहीं जिला प्रमुख व प्रधान पद के चुनाव की जोड़ तोड़ बिठाना शुरू कर दिया है। ज्यादातर पंचायत समितियों में प्रमुख पार्टियों के चुनावी रणनीतिकारों ने जिताऊ प्रत्याशियों को एकजुट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है।