बिना सूचना के आई टीम मोहल्ले के लोगों का कहना था कि विमंदित कैलाश पिछले कई सालों से मोहल्ले में रह रहा है। उसके बारे में अपनाघर आश्रम को किसी ने कोई सूचना नहीं दी थी। टीम बिना सूचना के ही विमंदित को पकडऩे आ गई।
मारपीट की और मोबाइल छीना अपनाघर आश्रम के प्रबंधक जगदीश प्रसाद सैनी ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे आश्रम पर फोन आया था कि घोड़ाफेर चौराहा के समीप एक विमंदित घूम रहा है। आश्रम की टीम विमंदित को पकडऩे अखैपुरा मोहल्ले पहुंची तो मोहल्ले के लोगों ने उनके साथ मारपीट कर दी। सूचना पर वे स्वयं, आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष संतोष अरोड़ा और सचिन सक्सेना भी पहुंचे। मोहल्ले के लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की और आश्रम के अध्यक्ष अरोड़ा का मोबाइल छीन लिया। पुलिस उन्हें वहां से बचाकर लाई।