हरियाणा बॉर्डर के आसपास खूब विभाग को मिल रही जानकारियों के अनुसार हरियाणा बॉर्डर के आसपास के क्षेत्र में मिलावटी पनीर का कारोबार अधिक होने लगा है। वहां से दिल्ली सहित एनसीआर में बड़ा बाजार मिल जाता है। जहां रोजाना सैकड़ों किलो पनीर सप्लाई हो जाता है। जिस पर मोटा मुनाफा मिलता है।
दूध नहीं मिलता तो भी बनता है पनीर दूध की आवक कम होने पर भी यदि बाजार में पनीर की मांग अधिक होती तो आसानी से उपलब्धता हो जाती है। जिसके कारण विभाग के अधिकारियों के कान खड़े होने लगे हैं। उनको भी पता है कि जब दूध कम आता है तब भी पनीर की पूर्ति हो जाती है। वैसे भी पनीर बनाने का काम करने वाले कभी सप्लाई के लिए आनाकानी नहीं करते हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि पनीर बनाने में मिलावट होती है।
अभी कार्रवाई अधूरी वैसे बहरोड़ व नीरामणा दो-तीन प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की है लेकिन, जिले भर में पनीर बनाने का बड़ा का होता है। जिस पर विभाग की सख्ती नहीं होने तक यह मिलावटी पनीर बाजार में मिलता रहेगा। इसके लिए विभाग को बड़ी टीम बनाकर कार्रवाई करने की जरूरत है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टीम सक्रिय होकर काम कर रही है। जहां से भी मिलावटी खाद्य पदार्थ होने की सूचना आती है। तुरंत कार्रवाई करने का प्रयास रहता है।