साधारण सभा की बैठक में जलदाय विभाग की चर्चा के दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद नकाते ने कहा जिले में पानी है, लेकिन मॉनिटरिंग खराब है। कहीं कम पानी की समस्या भी हो सकती है। अधिकारियों के फील्ड में जाने से पानी की व्यवस्था में सुधार हो सकता है। इसलिए सभी लोग मॉनिटरिंग करें, ग्राउंड पर रिस्पोंस रहेगा तो व्यवस्था में 10- 20 प्रतिशत सुधार आएगा, इससे 30- 40 फीसदी लोगों की समस्याओं का समाधान हो सकेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी अधिकारी लापरवाही बरतेगा, उसे चार्जशीट दी जाएगी तथा एक महीने में ही चार्जशीट का डिसिजन भी करा देंगे। जिला कलक्टर ने कहा कि पानी की समस्या गंभीर है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी कहा कि वे समस्या भी देखें और उसका समाधान भी तलाशें। जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र की पानी की समस्या प्राथमिकता के आधार पर लिखकर पीओ को दें, उनका निराकरण कराया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों ने उठाए अनेक मुद्दे बैैठक में ज्यादातर समय पानी, सड़क, स्वास्थ्य आदि अव्यवस्थाओं के मुद्दे उठते रहे। विधायक, अनेक प्रधान तथा जिला पार्षदों ने सबसे ज्यादा पानी की समस्या बताई। इन जनप्रतिनिधियों का कहना था कि गर्मी में पेयजल समस्या विकट है। प्रधानमंत्री जलजीवन मिशन में बोरिंग आदि कार्य नहीं हो रहे। इस कारण जलदाय विभाग को बोरिंग कर लोगों को राहत देनी चाहिए। बाद में इन बोरिंग को जलजीवन योजना में समाहित कर लिया जाए। इस दौरान जलदाय अधिकारियों ने तर्क दिया कि जलजीवन योजना के टैण्डर खाली जा रहे हैं।
पानी के टैंकर की रेट बढ़ाएं बैठक के दौरान ज्यादातर जनप्रतिनिधियों ने गर्मी के दौरान जलदाय विभाग की टैंकर सप्लाई के लिए टैंकर की दर 392 रुपए तय की है, लेकिन इस दर पर कोई भी टैंकर पानी देने को तैयार नहीं है। उन्होंने टैंकर की दर बढ़ाने की मांग की। इस पर जिला प्रमुख छिल्लर ने भी टैंकर की रेट बढ़ाने की जरूरत बताई। इसके अलावा विधायक मंजीत चौधरी ने पानी की लाइन डालने के लिए खोदी गई सड़क की मरम्मत की जरूरत बताई।
सड़क निर्माण के प्रस्तावों पर भी अधिकारियों को घेरा पीडब्ल्यूडी विभाग की चर्चा के दौरान विधायक मंजीत चौधरी, कई प्रधान, जिला पार्षदों ने अपने- अपने क्षेत्रों में सड़क निर्माण प्रस्ताव पर चर्चा कर सड़क निर्माण जल्द कराने की मांग की। चर्चा के दौरान नीमराणा बाइपास निर्माण का मुद्दा भी उठाया। इसके अलावा अनेक जिला पार्षदों ने एक ग्राम विकास अधिकारी के जिम्मे चार- पांच ग्राम पंचायत का चार्ज होने से कामकाज में आ रही बाधा से अवगत कराया और एक ग्राम पंचायत में एक विकास अधिकारी लगाने की मांग की। बैठक में जिला पार्षदों के बोर्ड लगवाने, प्रधानों को वाहन मुहैया कराने, ग्राम पंचायतों में बंदर पकड़वाने, तालाब साफ कराने सहित अनेक मुद्दे उठे।
ये मुद्दे भी उठे जिला परिषद बैठक में वार्ड नम्बर एक के जिला पार्षद जयप्रकाश झाबर ने तीन चार पुराने रास्ते राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होने से ग्रेवल व सीसी रोड नहीं बनने, एमआइए में एसटीपी व इटीपी प्लांट का निर्माण कराने, शाहजहांपुर की एक कम्पनी में अवैध तरीके से बोरिंग होने तथा बदले में स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं देने, पीएचसी पर दो साल में मात्र 5 प्रसव होने सहित अनेक मुद्दे उठाए गए। इन पर जिला प्रमुख, जिला कलक्टर तथा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. गौरव सैनी ने त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बैठक में विधायक सफिया खान, मंजीत चौधरी एवं उप जिला प्रमुख सहित अनेक अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।