वन मंडल अलवर के अधीन वनखंड रूंध शाहपुर के अमृतवास में एक वयस्क व दो शावक बघेरों की मौत जहर के चलते दम घुटने से हुई।
पैंथर की मौत जहर से दम घुटने से हुई
अलवर. वन मंडल अलवर के अधीन वनखंड रूंध शाहपुर के अमृतवास में एक वयस्क व दो शावक बघेरों की मौत जहर के चलते दम घुटने से हुई। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण जहरीला पदार्थ खाने से पैंथर का दम घुटना माना गया है। आरोपियों ने पैंथर की मौत के लिए किस जहरीले पदार्थ का उपयोग किया, इसकी जांच के लिए विसरा के सेम्पल जांच के लिए जयपुर व बरेली भेजे गए हैं। इन सेंपलों की जांच रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा कि आरोपियों ने पशु पर कौनसा जहर लगाया था। हालांकि प्रकरण की जांच में जुटे अधिकारियों की पूछताछ में आरोपियों ने पैंथर की मौत का कारण जहर देना माना है। आशंका है कि आरोपियों ने अमृतवास की पहाड़ी पर मिले क्षत विक्षत गोवंश पर जहर लगाया और पैंथर व शावकों के गोवंश का शिकार कर खाने से जहर उनके शरीर में पहुंच गया, जिससे उनकी मौत हो गई। इस मामले में टीम को पूछताछ के दौरान कुछ और सबूत हाथ लगने की संभावना बताई गई है।
दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया अलवर वन मंडल के डीएफओ एके श्रीवास्तव ने बताया कि पैंथर एवं शावकों की हत्या के आरोप में वन विभाग की ओर से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को नियमानुसार मेडिकल कराकर शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से मानसिंह बंजारा को दो दिन की फोरेस्ट कस्टडी और कमल सिंह को 15 दिन की जेसी स्वीकृत की गई। इसके साथ ही दो अन्य सदिग्धों से पूछताछ की गई। मामले की जांच अभी जारी है।