विधानसभा चुनाव में कांग्रेस व भाजपा की क्या है परेशानी
अलवरPublished: Oct 15, 2023 11:41:12 pm
विधानसभा में प्रमुख राजनीतिक दलों को बगावत का डर सता रहा है, इस कारण वे अभी से डैमेज कंट्रोल की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। भाजपा की पहली सूची में बगावती सुर उठे थे, जिसने चुनाव रणनीतिकार की मुसीबत बढ़ा दी है। भाजपा में तो बगावती सुर दिखाई दिए, लेकिन कांग्रेस की सूची आने पर भी वहां भी ऐसा ही नजारा दिख सकता है।


विधानसभा चुनाव में कांग्रेस व भाजपा की क्या है परेशानी
अलवर. प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के लिए प्रत्याशी चयन ही बड़ी समस्या नहीं है, बल्कि उसके बाद टिकट के दावेदारों के बगावती सुर परेशानी का बड़ा कारण है। यही कारण है कि भाजपा हो या कांग्रेस प्रत्याशी चयन में फूंक- फूंक कर कदम बढ़ा रही है। प्रत्याशियों की सूची जारी में हो रही देरी के पीछे भी प्रमुख कारण यही है।
भाजपा एवं कांग्रेस की दिल्ली में मुख्य चुनाव समिति की बैठकों के बाद दोनों ही दलों की प्रत्याशियों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी आई है। हालांकि भाजपा अलवर जिले में तीन विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों की घोषणा कर भी चुकी है और दूसरी सूची का टिकट के दावेदारों को बेसब्री से इंतजार है। कांग्रेस अलवर जिले में एक भी सीट पर अभी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है।