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850 करोड़ के मेडिकल कॉलेज से अलवर के मरीजों को फायदा हो या ना हो, लेकिन ये नुकसान जरूर हो रहा है

locationअलवरPublished: Feb 14, 2019 04:51:35 pm

Submitted by:

Hiren Joshi

अलवर में 850 करोड़ की लागत से बने मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद सामान्य चिकित्सालय की ओपीडी घट गई है।

Alwar Medical College : One Time OPD In General Hospital Alwar

850 करोड़ के मेडिकल कॉलेज से अलवर के मरीजों को फायदा हो या ना हो, लेकिन ये नुकसान जरूर हो रहा है

अलवर. जिले में ईएसआई मेडिकल कॉलेज भले ही अब तक शुरू नहीं हो पाया हो, लेकिन इसके नियम और कायदे दो साल पहले ही लागू कर दिए गए। मरीजों के लिए ये नियम अब परेशानी बन गए हैं। मेडिकल कॉलेजों के नियम के चलते अलवर जिले के सबसे बड़े सामान्य चिकित्सालय में ओपीडी का समय एक बार ही कर दिया गया है। जबकि इससे पहले यह ओपीडी दिन में दो बार की होती थी। वर्तमान में सामान्य चिकित्सालय में ओपीडी सर्दियों में सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही चल रही है। गर्मियों में सुबह 8 से 2 बजे तक रहती है। ऐसे में दूर दराज से आने वाले मरीजों को पहले डाक्टर को दिखाने के लिए लंबी कतार में लगना पड़ता है बाद में दवाई की लाइन में। ऐसे में यदि कोई जांच लिख दी जाए तो उसको लेने के लिए दूसरे दिन तक का इंतजार करना पड़ता है। अस्पताल में आने वाले अधिकतर मरीज गरीब व सामान्य वर्ग के होते हैं क्योंकि बार- बार आने जाने में समय और पैसा बर्बाद होता है। ऐसे में ये लोग आसपास के समय में ही रहते हैं। यदि अस्पताल की ओपीडी दो बार की होती है तो मरीज सुबह के बाद शाम को भी डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
इमरजेंसी के भरोसे अस्पताल

सामान्य चिकित्सालय की ओपीडी एक ही समय होने के कारण शाम को इमरजेंसी में रहने वाले दो डाक्टरों के भरोसे ही अस्पताल का संचालन किया जाता है। ऐसे में यदि कोई गंभीर मामला आता है तो चिकित्सक व मरीज दोनों ही परेशान होते है। यहां पर अलवर के अलावा भरतपुर, हरियाणा, दौसा, बांदीकुई, मथुरा, डीग आदि जगहों के मरीज भी बड़ी संख्या में आते हैं।
दिन में दो बार खुल रही है डिस्पेंसरी

मेडिकल कॉलेज के ये नियम शहर में संचालित डिस्पेंसरियों पर लागू नहीं होते हैं। यहां आज भी डाक्टर निर्धारित समय में सुबह और शाम को दो बार मरीजों को देखते है। सामान्य चिकित्सालय में ऐसा नहीं हो रहा है।
दो साल पहले हुई थी घोषणा

करीब पांच साल पहले अलवर में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा हुई थी। वहीं राज्य सरकार ने राजस्थान के सात जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। इसमें से पांच जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जा चुके हैं लेकिन अलवर में आज तक इसकी नींव भी नहीं रखी गई है।
चिकित्सा शासन सचिव के निर्देश थे कि जहां पर मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं वहां की ओपीडी एक ही समय संचालित की जाएगी। उसी निर्देश पर ओपीडी का समय चल रहा है। यदि आदेश आते हैं तो समय बदल दिया जाएगा। मरीजों को परेशानी ना हो इसलिए ओपीडी के बाद भी मरीजों को इमरजेंसी में देखा जाता है।
डा. भगवान सहाय, प्रमुख चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, अलवर।
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