विधायक संजय शर्मा ने विधानसभा में कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा समाप्त होने के तीन माह बाद बीए, बीएससी ओर पीजी फाइनल परीक्षाओं का परिणाम अभी तक घोषित नहीं कर सका है। ऐसे में विद्यार्थी उच्च अध्ययन के लिए विदेश नहीं जा पा रहे हैं। यही नहीं दिल्ली सहित कई विश्वविद्यालयों में तो प्रवेश लेने की अंतिम तिथि निकल चुकी है।
शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय के लापरवाही प्रबंधन से लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबो दिया है। विश्वविद्यालय में प्रश्न पत्र बनवाने, उत्तर पुस्तिकाओं की जांच और प्रायोगिक परीक्षाओं में शिक्षक लगाने के नाम पर भ्रष्टाचार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं।
शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय की ओर से अलवर जिले में स्थित राजकीय महाविद्यालयों में सभी विषयों के व्याख्याता पद स्थापित होने के बावजूद प्राइवेट माहविद्यालयों के ऐसे व्याख्याताओं से कॉपियां चेक करवाई हैं जो उस विषय के ही व्याख्याता नहीं है। नियमानुसार कॉपी चेक कराते समय प्रत्येक विभागवार पैनल बनता है लेकिन विश्वविद्यालय ने कोई पैनल ही नहीं बनाया और भ्रष्टाचार से कॉपियों का वितरण किया है।
शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय में हुई भर्तियों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ जिसकी अभी तक निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। इसी प्रकार उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश से वंचित रहे युवाओं को एक और अवसर प्रदान किया जाए।