जल्द फैसला आने की उम्मीद जानकारी के अनुसार प्रकरण में अभियोजन पक्ष के गवाह पूरे होने के बाद न्यायालय में बयान मुल्जिम कराए जाएंगे। इसके बाद साक्ष्य सफाई का मौका दिया जाएगा। फिर अंतिम बहस होगी और उसके बाद प्रकरण में फैसला सुनाया जा सकता है।
जांच अधिकारी व एएसपी के बयान बाकी रकबर हत्याकांड में पुलिस ने रामगढ़ निवासी धर्मेन्द्र यादव, परमजीत सिंह और नरेश कुमार को गिरफ्तार कर उनके न्यायालय में चार्जशीट पेश की। तीनों आरोपी गिरफ्तारी के बाद से ही न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं। प्रकरण में अपर जिला एवं सत्र न्यायालय संख्या-1 अलवर में विचाराधीन है। जिसमें अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 45 गवाह बनाए गए हैं। इनमें से 43 गवाहों के बयान न्यायालय में पूरे हो चुके हैं। शेष दो गवाह जांच अधिकारी एएसपी वीरीसिंह और सब इंस्पेक्टर सुभाषचंद शर्मा के बयानों के लिए 15 व 16 जुलाई की तारीख पेशी निर्धारित है।
दो जनों के खिलाफ जांच लम्बित प्रकरण में पुलिस ने नवल किशोर शर्मा और विजयसिंह के खिलाफ 173/8 सीआरपीसी के तहत जांच लम्बित रखी है। उनके विरुद्ध यदि न्यायालय में चालान पेश होता है तो फिर उनकी अलग से सुनवाई की जाएगी।
यह था प्रकरण करीब एक साल पहले 20 जुलाई 2018 की रात हरियाणा के कोलगांव निवासी रकबर उर्फ अकबर और उसका साथी असलम दो गायों को लेकर रामगढ़ होते हुए हरियाणा जा रहा था। गोकशी के शक में कुछ लोगों ने पीछा कर रकबर और असलम को ललावंडी गांव में दबोच लिया था। असलम छुड़ाकर भाग गया था तथा लोगों ने रकबर को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। घटना की सूचना के बाद रामगढ़ पुलिस मौके से घायल रकबर और बरामद गोवंश को लेकर रामगढ़ थाने आ गई। इलाज में देरी के कारण रकबर की घटना के चार घंटे बाद मौत हो गई थी।