अलवर नगर परिषद में करीब 550 स्थाई और 600 ठेका सफाईकर्मी हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए ज्यादातर सफाई कर्मचारियों को फील्ड में लगा दिया गया है, जो कि शहर से कचरा उठा रहे हैं और नाले-नालियों की सफाई में लगे हैं। इनमें से काफी सफाई कर्मचारी ऐसे हैं, जो बिना मास्क, ग्लब्स और जूतों के नाले-नालियों की सफाई कर रहे हैं। इनकी सुरक्षा को लेकर नगर परिषद प्रशासन और ठेकेदार का कोई ध्यान नहीं है।
ठेकेदार कर रहे सुरक्षा में लापरवाही कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान नगर परिषद के ठेकेदार लापरवाह बने हुए हैं। वे अपने ठेके के सफाई कर्मियों को कोई सुरक्षा इंतजाम उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। ज्यादातर ठेकाकर्मी सिर्फ मुंह पर तोलिया या रुमाल बांधकर काम चला रहे हैं।
स्थाई कर्मचारियों को एक हजार रुपए देंगे उधर, नगर परिषद आयुक्त फतेहसिंह मीणा का कहना है कि नगर परिषद की ओर से स्थाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए मास्क, ग्लब्स, सेनेटाइजर, डिटॉल व टावल आदि खरीदने के लिए कहा गया है। इसके लिए सभी स्थाई सफाई कर्मचारियों के खाते में जल्द ही एक-एक हजार रुपए डलवा दिए जाएंगे। इसके अलावा ठेकेदारों को भी ठेका सफाईकर्मियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के लिए पाबंद किया गया है।