पार्षदों ने की शिकायत पार्षद रमन सैनी ने प्रशासन को अवगत भी कराया। इसके बावजूद भी ऑटो टिप्पर में राशन वितरण हुआ है। जानकारों का कहना है कि परिषद के ऑटो टिपरों से दो से तीन साल से नियमित रूप से कचरा ढोया जा रहा है। अब उन्ही ऑटो टिप्पर में राशन की किट रखना ही गलत है। टिप्पर में किसी तरह का संक्रमण हुआ तो वह किट के जरिए आमजन तक पहुंच सकता है। वैसे भी कोरोना का संक्रमण बहुत अधिक संवेदनशील है। मास्क भी कुछ घण्टे बाद उपयोग नहीं ले सकते। यह तो सालों से कचरा उठाने वाले वाहन हैं।
प्रशासन कह रहा सैनेटाइजर कराया
प्रशासन कह रहा सैनेटाइजर कराया
हालांकि नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी कह रहे हैं कि ऑटो टिपर को पहले सैनेटाइजर कराया है उसके बाद ही काम लिया है। जबकि जानकारों का कहना है कि कचरा उठाने वाले ऑटो टिपर में राशन रखना ही गलत है। चाहे क्यों ने सैनेटाइजर कर लिया हो। दूसरी और जिन जगहों पर ऑटो टिप्परों से राशन के किट पहुंचे वहां के लोगों ने बताया कि कचरा वाहन होने के बार बदबू आती रही। बहुत से लोगों ने यह शिकायत भी की।
पहले धोया, फिर सैनेटाइजर 20 ऑटो टिप्पर शहर में राशन किट वितरण में काम लिए जाने लगे हैं। सबको पहले दो-तीन बार धुलाया है। फिर उनको सैनेटाइजर कराया है। ताकि किसी तरह का संक्रमण नहीं हो। फिर भी आपत्ति है तो दूसरा विकल्प काम में लगें।
फतह सिंह मीना, आयुक्त, नगर परिषद अलवर
फतह सिंह मीना, आयुक्त, नगर परिषद अलवर