मिश्रा ने बताया कि सभापति ने उन्हें बुलाया था, कमरे से बाहर आने के बाद पीछे से रामकिशन, प्रशान्त और देवान्शु आए और लात-घूंसे मारे। मिश्रा ने बताया कि आज उनकी तबीयत खराब है। इनके खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज कराया जाएगा। मिश्रा ने बताया कि वो लोग अतिक्रमण हटाने को लेकर कुछ बात कर रहे थे। इसके साथ ही वो कह रहे थे कि तूने शराब पी रखी है, मिश्रा ने कहा कि उसका मेडिकल करा लो।
शराब पी रखी थी मिश्रा ने- सभापति सभापति बीना गुप्ता का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली कि अतिक्रमण निरोधक विभाग के अशोक मिश्रा ने शराब पी रखी है। इसके बाद उन्होंने मिश्रा को बुलवाया। इसके बाद जब मिश्रा ऑफिस नहीं आया। गेट से बाहर जाते उसे कुछ लोगों ने देखा तो बुलाने के लिए गए। इस दौरान वो सड़क पर लेट गए और अंदर आने से मना कर दिया। सभापति का कहना है कि उनके साथ किसी ने मारपीट नहीं की है।
वहीं इस मामले में पार्षद अजय पूनिया का कहना है कि वो रास्ते से निकलकर जा रहे थे तो कुछ लोग मिश्रा को घसीट रहे थे। पूनिया ने घसीटने का कारण पूछा तो उन लोगों ने कहा कि मिश्रा ने शराब पी रखी है, पूनिया ने कहा कि आप पुलिस नहीं है जो ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, ऐसा कहते हुए मिश्रा को छुड़ाया गया।
इधर, इस पूरे मामले में आयुक्त फतेह सिंह मीना का कहना है कि इस बात की उन्हें जानकारी लगते ही मिश्रा से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।